ईसाई समुदाय का धार्मिक पर्व है 'ईस्टर संडे'। पौराणिक ईसाई धार्मिक ग्रंथों के अनुसार सूली पर लटकाए जाने के तीसरे दिन प्रभु यीशु पुनर्जीवित हो गए थे। ईसा मसीह के जी उठने की याद में दुनिया भर के ईसाई समुदाय इस दिन ईस्टर संडे मनाते हैं। इसे ईस्टर दिवस, ईस्टर रविवार या संडे के नाम से भी जाना जाता है।
आज से दो हजार साल पहले यरुशलम के एक पहाड़ पर बिना किसी कारण के ईसा मसीह को क्रूस (सूली) पर चढ़ाया गया था। मगर ईसा मसीह तीसरे दिन अपनी कब्र में से जी उठे। आज भी उनकी कब्र खुली है। ईसा मसीह ने जी उठने के बाद अपने चेलों के साथ 40 दिन रहकर हजारों लोगों को दर्शन दिए।