Boxing Day: क्रिसमस के अगले दिन यानी 26 दिसंबर को मनाया जाता है बॉक्सिंग डे। बॉक्सिंग डे मुख्य रूप से ब्रिटेन और अन्य राष्ट्रमंडल देशों में मनाया जाता है। सुनने में ये नाम थोड़ा अजीब लगता है। वैसे इस दिन को मनाने की परंपरा सदियों पुरानी है और इसके पीछे कई कहानियां और मान्यताएं जुड़ी हुई हैं। आइये आज आपको बताते हैं क्यों मनाया जाता है बॉक्सिंग डे और क्या है इसका इतिहास ।
क्या है बॉक्सिंग डे का इतिहास
बॉक्सिंग डे के इतिहास के बारे में कई मान्यताएं हैं। इनमें से कुछ मान्यताओं के अनुसार:
चर्च से जुड़ी मान्यता : एक मान्केयता अनुसार, मध्य युग में चर्च के लोग क्रिसमस के दिन गरीबों के लिए दान एकत्र करते थे। इस दान को एक बॉक्स में रखा जाता था और क्रिसमस के अगले दिन गरीबों में बांटा जाता था। इसीलिए इस दिन को बॉक्सिंग डे कहा जाने लगा।
नौकरों के लिए उपहार: एक अन्य सिद्धांत के अनुसार, अमीर घरों में काम करने वाले नौकरों को क्रिसमस के दिन काम करना पड़ता था। इसलिए, क्रिसमस के अगले दिन उन्हें उनके मालिकों द्वारा उपहार दिए जाते थे। इन उपहारों को एक बॉक्स में रखकर दिया जाता था, जिससे इस दिन को बॉक्सिंग डे कहा जाने लगा।
सेंट स्टीफन का दिन: कुछ देशों में बॉक्सिंग डे को सेंट स्टीफन के दिन के रूप में भी मनाया जाता है। सेंट स्टीफन को ईसाई धर्म में शहीद माना जाता है।
बॉक्सिंग डे को कैसे मनाया जाता है?
बॉक्सिंग डे को मनाने के कई तरीके हैं। कुछ देशों में इस दिन को परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर बिताया जाता है। लोग एक-दूसरे को उपहार देते हैं, पार्टियां करते हैं और खेलकूद गतिविधियों में भाग लेते हैं। कुछ लोग इस दिन को दान करके भी मनाते हैं।
बॉक्सिंग डे पर क्या किया जाता है?
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उपहार देना: बॉक्सिंग डे पर उपहार देना एक आम परंपरा है। लोग अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों को उपहार देते हैं।
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पार्टियां: कई लोग बॉक्सिंग डे पर पार्टियां आयोजित करते हैं।
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खेलकूद: बॉक्सिंग डे को खेलकूद गतिविधियों में भाग लेने के लिए भी जाना जाता है।
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डोनेशन: कुछ लोग इस दिन को दान करके मनाते हैं।
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बॉक्सिंग डे एक ऐसा त्योहार है जो हमें दूसरों के बारे में सोचने और उन्हें खुश करने का मौका देता है। चाहे आप इसे उपहार देकर मनाएं या फिर दान करके, बॉक्सिंग डे एक ऐसा दिन है जो हमें एक-दूसरे के करीब लाता है।