नई दिल्ली: राष्ट्रमंडल खेल-2022 में कांस्य पदक जीतने वाली पहलवान दिव्या काकरान ने आरोप लगाया है कि राष्ट्रीय राजधानी की निवासी होने और कई अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाएं जीतने के बावजूद उन्हें दिल्ली सरकार की तरफ से कभी कोई मदद नहीं मिली।
हालांकि, दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने काकरान के इस आरोप पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह सभी खिलाड़ियों का सम्मान करती है। साथ ही सरकार ने स्पष्ट किया कि काकरान फिलहाल उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करती हैं।
सरकार ने कहा कि वह इस मामले पर गौर करेगी कि क्या काकरान ने कभी किसी खेल योजना के लिए आवेदन किया था।
काकरान ने शुक्रवार को महिलाओं के 68 किलोग्राम फ्रीस्टाइल वर्ग में कांस्य पदक जीता था। उन्हें बधाई देने वालों में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी शामिल थे। लेकिन, रविवार को काकरान ने सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए कहा कि सरकार ने कभी उनकी मदद नहीं की।
काकरान ने लिखा, ''मेरी जीत पर बधाई देने के लिए मैं हृदय से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का आभार जताती हूं। मैं पिछले 20 वर्षों से दिल्ली में रह रही हूं और अभ्यास कर रही हूं, लेकिन वहां की सरकार की तरफ से मुझे न तो कोई पुरस्कार राशि और न ही किसी तरह की मदद मिली।''
उन्होंने एक और ट्वीट किया, ''मैं आपसे निवेदन करती हूं की जिस तरह आप अन्य खिलाड़ियों को सम्मानित करते हैं, जो दिल्ली के होकर किसी और राज्य से खेलते हैं, उसी तरह मुझे भी सम्मानित किया जाए।''
वहीं, आप सरकार ने एक बयान जारी कर कहा, ''दिल्ली सरकार देश के सभी खिलाड़ियों का सम्मान और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करती है। फिलहाल, दिव्या काकरान उत्तर प्रदेश के लिए खेलती हैं। अगर वह दिल्ली से खेलती थीं या सरकार की किसी खेल योजना का हिस्सा रही थीं या उन्होंने ऐसी किसी योजना के तहत आवेदन किया है तो सरकार निश्चित रूप से इस पर गौर करेगी।''(भाषा)