नाग पंचमी (Naag Panchami) के दिन कई घरों में दाल-बाटी बनाने का प्रचलन है, क्योंकि इस दिन गैस की आंच पर तवा नहीं रखा जाता है। दाल बाटी भारतीय खान-पान का एक पारंपरिक व्यंजन (Traditional food Bati Tips) माना जाता है, जो मालवा के साथ-साथ पूरे भारतभर में लोकप्रिय है। अगर आप भी नाग पंचमी के दिन मुलायम या खस्ता बाटी बनाने के बारे में सोच रही हैं तो यह टिप्स आपके लिए बहुउपयोगी साबित होंगे।
यहां पढ़ें 15 सरल टिप्स-Bati Making Tips
स्टेप 1. बाटी या बाफले बनाते समय हमेशा मोटा आटा इस्तेमाल करें। अगर पूरा मोटा आटा न हो तो आधा सादा और आधा डेढ़ इंची (मोटा) आटा इस्तेमाल करें।
स्टेप 2. बाटी बनाते समय उसमें पाव कटोरी दही का इस्तेमाल अवश्य करें।
स्टेप 3. बाटी का आटा गूंथते समय नमक और मोयन के साथ थोड़ी-सी शक्कर बुरका देने से बाटी खिली-खिली बनती है।
स्टेप 4. बाटी बनाते समय मोयन अवश्य डालें। घी या तेल दोनों में से कुछ भी चल सकता है।
स्टेप 5. बाटी बनाते समय अपनी पसंदानुसार उसमें अजवाइन, जीरा या सौंफ अवश्य डालें। इससे बाटियों का स्वाद बढ़ जाएगा।
स्टेप 6. बाटी का आटा गूंथने के लिए हमेशा गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें।
स्टेप 7. बाटी बनाने से आटा-एक घंटा पूर्व आटा गूंथकर रख लें।
स्टेप 8. बाटी को ओवन में धीमी आंच पर सेकें।
स्टेप 9. बाटी को घी चुपड़ते समय गरमा-गरम बाटी को पहले कपड़े से पकड़ कर हाथ से दबा दें और बीच में दो हिस्से हो जाने पर ही उसे घी में डुबोएं।
बाफले बनाने हो तो क्या करें, जानिए :-
स्टेप 10. अगर आपका बाफले बनाने का मन है तो पहले आटा गूंथकर बाटी बना लें।
स्टेप 11. फिर एक पतेले या मोटे तले वाले बर्तन में पानी गरम रखें।
स्टेप 12. पानी उबलने के बाद तैयार करके रखी हुई बाटियां उबलते पानी में डालें और उबलने दें। बीच-बीच में झारे से चलाती रहें।
स्टेप 13. 15-20 मिनट बाद जब बाटी पानी में ऊपर की ओर तैरने लगे तब बाटी को गरम पानी से निकाल लें और थाली या परात में रखकर ठंडा होने दें।
स्टेप 14. उबली बाटी ठंडी होने के बाद ओवन गरम करके बाफलों को धीमी आंच पर सेकें।
स्टेप 15. अब बाफले के 2 टुकड़ों में तोड़कर अच्छी तरह घी में डुबो कर गरमा-गरम दाल और हरी चटनी के साथ सर्व करें।
विशेष : उपरोक्त आसान टिप्स अपना कर अगर आप बाटी या बाफले बनाएंगी, तो निश्चित तौर पर आपकी बाटी खस्ता बनेगी और परिवार वाले आपकी तारीफ किए बिना नहीं रह पाएंगे।