- रश्मि पाठक
तरबूज के छिलके का अंदर की ओर से गूदा निकालकर बारीक काट लें, इसमें बेसन डालकर स्वादिष्ट सब्जी बनाएँ।
नींबू का रस निकालने के बाद इनके छिलके फेंकें नहीं, इन्हें बारीक काटकर अचार डाल दें।
हरी धनिया की डंडियाँ फेंकें नहीं। छाँव में सुखाकर रख लें। दाल, सब्जी बनाते समय यदि धनिया न हो तो इन डंडियों को मसलकर डाल दें।
पालक के डंठल फेंकें नहीं, इन्हें बारीक काटकर बघार लें, बघार में बेसन, हरा धनिया व हरीमिर्च डाल दें, स्वादिष्ट सब्जी बनेगी।
आम की गुठली न फेंकें, इन्हें फोड़कर अंदर की गिरी निकाल लें, उसे बारीक काटकर सुखा लें, प्रेशर कुकर में 2-3 सीटी देकर इन्हें बघारें, स्वादिष्ट सब्जी बनेगी।
पकी हुई दाल यदि बच जाए तो उसका पानी निथार दें, अब इसमें बेसन, नमक-मिर्च, हरा धनिया, हरीमिर्च डालकर चीले बनाएँ।
फटे-पुराने मोजे फेंकें नहीं, इन्हें धोकर, बर्तन, वॉश बेसिन आदि धोने के काम में लाएँ या इन्हें सिलाई करके जोड़ लें और पोछा बना लें।
चाय बनाने के बाद पत्ती सुखा लें और कमरे के एक कोने में रखकर जलाएँ, मक्खी-मच्छर भाग जाएँगे।
ब्रेडरोल बनाने में जो ब्रेड के किनारे बचते हैं उन्हें फेंकें नहीं, सुखाकर रख लें। पेटिस बनाते समय उसका चूरा बनाकर मसाले में डाल दें।
अदरक छीलने के बाद उसके छिलके फेंकें नहीं, उन्हें सुखाकर रख लें, चाय बनाते समय इन छिलकों को चाय में डालने से 'अदरक का स्वाद' आ जाएगा।
नींबू व आलू के छिलके से बर्तन अच्छे साफ होते हैं। पीतल के बर्तनों पर पहले इन्हें रगड़ दें, फिर राख से माँज लें। बर्तन चमचमाने लगेंगे।