उक्त बिंदुओं से मिलती-जुलती और भी अनेक छोटी-मोटी असावधानियाँ हो जाया करती हैं, जिस ओर ध्यान देकर हम अपने और दूसरों के चित्त एवं शरीर का बखूबी ध्यान रख सकते हैं।
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* जूते-चप्पलों को एक ओर कतारबद्ध या स्टैंड पर व्यवस्थित जमाकर रखें। घर के वाहनों- साइकल, स्कूटर आदि को आड़े तिरछे खड़ेकर रास्ता जाम न करें।
* खाना परोसने, खाने के पहले हाथ धोएँ। नाखून बड़े न करें।
* हमारे घर से निकला गंदा पानी सड़क पर या पड़ोसी के घर तक न फैले, इसकी उचित व्यवस्था की ओर ध्यान देना चाहिए।
इस प्रकार उक्त बिंदुओं से मिलती-जुलती और भी अनेक छोटी-मोटी असावधानियाँ हो जाया करती हैं, जिस ओर ध्यान देकर हम अपने और दूसरों के चित्त एवं शरीर का बखूबी ध्यान रख सकते हैं।