नई दिल्ली। सरकार ने शुक्रवार को आश्वासन दिया कि कोरोना संकट से निबटने के मामले में देश में मास्क, दस्तानों और सैनिटाइजर की कोई कमी नहीं है तथा भारत में प्रतिदिन 1.50 करोड़ मास्क बनाए जा रहे हैं।
रसायन एवं उर्वरक राज्यमंत्री मनसुख मंडाविया ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक प्रश्न के उत्तर में यह बात कहते कहा कि आज कोरोना वायरस का प्रसार एक वैश्विक महामारी के रूप में उभरा है। भारत सरकार देश में इससे निबटने के लिए विभिन्न कदम उठा रही है जिसकी कल गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में देश को जानकारी दी थी।
उन्होंने कहा कि देश में 3 रास्तों से कोरोना वायरस का संक्रमण हो सकता है। पहला जलमार्ग, दूसरा वायुमार्ग और तीसरा बांग्लादेश, नेपाल आदि पड़ोसी देशों से भूमार्ग के जरिए। उन्होंने कहा कि देश में इस संक्रमण को रोकने के लिए कड़े उपाय किए जा रहे हैं। विदेशों से जो भी आता है, उसे 14 दिन पृथक रखा जाता है। जलमार्ग में भी बंदरगाहों पर जहाज चालक दल के लोगों को पृथक रखा जा रहा है।
मंडाविया ने कहा कि देश में दवा की कोई कमी नहीं हो, इसके लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। देश में मास्क बनाने वाली 100 से अधिक इकाइयां हैं। हमारी क्षमता प्रतिदिन 1.50 करोड़ मास्क बनाने की है। इनका उत्पादन शुरू हो चुका है और इनकी कोई कमी नहीं है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि देश में मास्क, दस्तानों और सेनिटाइजर की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि देश में कोई भी संकट खड़ा न हो, इसके लिए हम पहल कर रहे हैं।