मुंबई। देश में कोरोना महामारी से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों के दौरान साढ़े 39 हजार से अधिक नए मामले सामने आए और सक्रिय मामलों में 14,000 से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई जो पूरे देश में सर्वाधिक है। इस दौरान सक्रिय मामलों में 14,361 की और वृद्धि होने से इनकी संख्या बुधवार को बढ़कर 3,56,248 तक पहुंच गई।
राज्य में इस दौरान संक्रमण के सर्वाधिक (पूरे देश में) 39,544 नए मामले सामने आने से संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 28,12,980 पहुंच गई है। इससे पहले मंगलवार को 27,918 नए मामले, सोमवार को 31,643 मामले तथा रविवार को 40,414 नए मामले सामने आए थे।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इसी अवधि में 23,600 मरीजों के स्वस्थ होने से इस संक्रमण से निजात पाने वालों की संख्या बढ़कर 24 लाख से अधिक 24,00,727 हो गई है तथा सबसे अधिक 227 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 54,649 तक पहुंच गया। राज्य में मरीजों के स्वस्थ होने की दर आंशिक गिरावट के साथ 85.34 प्रतिशत पर पहुंच गई जबकि मृत्यु दर 1.94 प्रतिशत है। महाराष्ट्र देश में कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के बाद कुल मामलों, सक्रिय मामलों, कुल स्वस्थ होने वालों और इस वायरस से होने वाली मौत के मामले में पहले स्थान पर है।
स्वास्थ्य मंत्री बोले कड़े कदमों के लिए रहें तैयार : महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बुधवार को कहा कि राज्य में कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए आने वाले दिनों में लोगों को कड़े कदमों के लिए तैयार रहना चाहिए। टोपे ने यहां पत्रकारों से कहा कि जान बचाना सरकार की प्राथमिकता है। महाराष्ट्र में पिछले सप्ताह से कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में बढ़ोत्तरी देखने को मिली है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को अधिकारियों से कहा था कि वे लॉकडाउन के कार्यान्वयन के लिए एक योजना तैयार करें, जिसका राज्य की अर्थव्यवस्था पर न्यूनतम प्रभाव पड़ेगा। राकांपा के नेता टोपे ने मंगलवार को कहा था कि लॉकडाउन राज्य सरकार के लिए अंतिम विकल्प है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बुधवार को कहा कि राज्य में लोगों को आने वाले दिनों में कड़े कदमों के लिए तैयार रहना चाहिए, क्योंकि कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि राज्य सरकार लॉकडाउन लागू नहीं करना चाहती है लेकिन जान बचाना सर्वोपरि है। इसलिए राज्य कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कड़े उपाय अपना सकता है।
60 लाख से अधिक लोगों को लगा टीका : महाराष्ट्र सरकार ने बुधवार को कहा कि राज्य में अब तक 60,29,649 लोगों को कोविड-19 रोधी टीका लगाया जा चुका है। सरकार ने मंगलवार से वरिष्ठ नागरिकों और पहले से ही अन्य बीमारियों से पीड़ित 45 से 60 साल तक की उम्र के लोगों को टीके की दूसरी खुराक देनी शुरू की। इसने कहा कि मंगलवार को कुल 2,10,461 लोगों को टीका लगाया गया।
राज्य में अब तक 9,91,812 स्वास्थ्यकर्मियों को टीके की पहली खुराक दी गई है। इनमें से 4,74,723 कर्मियों को टीके की दूसरी खुराक दी जा चुकी है। इसी तरह अग्रिम पंक्ति के 8,50,953 कर्मियों को टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है। इनमें से 2,56,700 कर्मियों को टीके की दूसरी खुराक मिल चुकी है।
राज्य में अन्य बीमारियों से पीड़ित 45 से 60 साल तक की उम्र तक के 6,71,144 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। इनमें से 331 को मंगलवार को टीके की दूसरी खुराक दी गई। अब तक कुल 27,82,504 वरिष्ठ नागरिकों को टीके की पहली खुराक दी गई है जिनमें से 1,482 को मंगलवार को टीके की दूसरी खुराक दी गई।
नागपुर में पाबंदियों को नहीं बढ़ाया जाएगा : महाराष्ट्र के मंत्री नितिन राउत ने बुधवार को कहा कि राज्य के नागपुर में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण जिला प्रशासन द्वारा 15 से 31 मार्च के बीच लगाई गईं पाबंदियों को बढ़ाया नहीं जाएगा। राउत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए प्रतिबंध और दिशा-निर्देश राज्य में जारी रहेंगे।
राउत नागपुर जिले के अभिभावक मंत्री हैं। उन्होंने बुधवार को महामारी की स्थिति का आकलन करने के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। गृह मंत्री अनिल देशमुख और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने इसमें भाग लिया। कोरोनावायरस के मामलों में बढ़ोतरी के मद्देजनर, नागपुर जिले में 15 से 21 मार्च के बीच पाबंदियां लगाई गई थीं जिन्हें 31 मार्च तक के लिए बढ़ा दिया गया था।
समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए राउत ने कहा कि ये प्रतिबंध और नहीं बढ़ाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा लागू किए गए प्रतिबंध जारी नहीं रहेंगे लेकिन राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देश लागू रहेंगे।