मुरादाबाद। कोरोना अस्पताल TMU आजकल सुर्खियों में है, क्योंकि इस अस्पताल की बहुमंजिल इमारत से कूदकर अब तक तीन कोविड संक्रमित अपनी जान दे चुके हैं।
ताजा मामला बीती रात का है, जहां पांचवीं मंजिल से कूदकर हेड कांस्टेबल दिवाकर शर्मा ने जान दे दी। हेड कांस्टेबल की पांचवी मंज़िल से गिरने का CCTV फुटेज सामने आने से हड़कंप मच गया है, आनन-फानन में पुलिस ने इस कोविड पेशेंट का पंचनामा भर कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
मुरादाबाद की तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी (TMU) में कोविड वार्ड बनाया गया है। इस अस्पताल में वैश्विक बीमारी की चपेट में आने वाले मरीजों का इलाज चल रहा है। लेकिन आश्चर्य की बात है कि एक महीने के भीतर ही तीन कोरोना पीड़ितों ने अस्पताल बिल्डिंग से कूदकर मौत को गले लगा लिया है।
इस हॉस्पिटल में क्रमवार ये तीसरी मौत हेड कांस्टेबल की हुई है, पूर्व में पहली घटना 19 अगस्त को हुई थी जिसमे 28 साल की कोरोना पॉज़िटिव कविता ने भी तीसरी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी।
दूसरी घटना 28 अगस्त को हुई जिसमे 42 साल के बैंक मेनेजर राजेश ने छठी मंज़िल से कूदकर जीवनलीला समाप्त कर ली और अब 5 सितंबर 2020 की रात्रि हेड कॉन्स्टेबल दिवाकर शर्मा ने इसी कोविड अस्पताल की 5 वीं मंज़िल से छलांग लगाकर अपनी जान दे दी। 52 साल के दिवाकर मुरादाबाद पुलिस आफ़िस में शिकायत प्रकोष्ठ में तैनात थे।
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी में शनिवार रात्रि में जब कोरोना संक्रमित सिपाही ने पांचवी मंजिल से कूद कर जान दे दी तो हंगामा खड़ा हो गया। क्योंकि इसी अस्पताल में तीसरे कोरोना पेशेंट ने आत्मघाती कदम उठाया है।
टीएमयू अस्पताल के कोविड वार्ड में बीते शुक्रवार को कोरोना संक्रमण से ग्रस्त हेड कांस्टेबल दिवाकर शर्मा को भर्ती कराया गया था। बताया जा रहा है कि दिवाकर मानसिक तनाव में आ गये और जान देने से पहले उन्होंने हंगामा भी किया था।
हेड कांस्टेबल दिवाकर शर्मा मूल रूप से बदायूँ जिले के रहने वाले थे और काफी समय से मुरादाबाद के एसएसपी ऑफिस स्थित शिकायत प्रकोष्ठ में तैनात थे। वह मझोला थाना क्षेत्र के लाइनपार हनुमाननगर में रहते थे।
दिवाकर का बीते 1 सितंबर को जांच के दौरान कोरोना संक्रमण पाया गया, जिसके बाद उनको हनुमाननगर स्थित एक किराये के मकान आइसोलेट किया गया। लेकिन शुक्रवार रात में उनकी तबीयत बिगड़ने लगी और उन्हें कोविड अस्पताल में भर्ती करा दिया गया था।
सूत्रों के मुताबिक शनिवार शाम तक सब ठीक-ठाक था। अचानक रात में आठ बजे दिवाकर बेचैन होने लगे, जिसके चलते उन्हें आईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया। यहां अवसाद में उन्होंने काफी हंगामा भी किया था हालांकि दवा दिए जाने के बाद वह सो गए थे।
बीती रात्रि में करीब 10:40 बजे दिवाकर शर्मा उठकर आईसीयू वार्ड से निकल कर सामने के आईसोलेशन वार्ड की पांचवीं मंजिल पर चले गए खिड़की से नीचे छलांग लगा दी।सूचना पर पुलिस महकमे के अधिकारी मौके पर पहुंच गये। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने इस आत्महत्या करार दिया है। लेकिन बीस दिनों के अन्दर तीन कोरोना पीड़ितों का एक ही अस्पताल में जान देना संदेह पैदा करता है।