नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों में तेज वृद्धि के बीच सुप्रीम कोर्ट के चार न्यायाधीश और लगभग पांच प्रतिशत कर्मचारी कोविड-19 से संक्रमित हो गए हैं।
शीर्ष अदालत के एक अधिकारी ने बताया कि शीर्ष अदालत के 32 न्यायाधीशों में से कम से कम चार न्यायाधीश और लगभग 3,000 कर्मचारियों में से 150 वर्तमान में वायरस से संक्रमित हैं। शीर्ष अदालत के परिसर में कोविड-19 जांच सुविधा स्थापित की गई है और यह सोमवार से शनिवार तक खुली रहती है।
एक परिपत्र में कहा गया कि कोरोनावायरस के अत्यधिक संक्रामक स्वरूप के प्रसार को रोकने और इसके मामलों में अचानक वृद्धि को देखते हुए, यह दोहराया जाता है कि उच्चतम न्यायालय परिसर में प्रवेश करने वाले, यानी रजिस्ट्री कर्मचारी, समन्वय एजेंसियों के कर्मचारी, अधिवक्ता और उनके कर्मचारी आदि, विशेष रूप से वे, जिनमें कोविड-19 संक्रमण (संक्रमणों) के लिए अधिसूचित लक्षणों के समान कोई लक्षण है, तो वे कृपया इस सुविधा में अपनी जांच करवा सकते हैं …। शीर्ष अदालत ने 2 जनवरी को संक्रमण के मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए 3 जनवरी से दो सप्ताह के लिए सभी सुनवाई डिजिटल तरीके से करने का फैसला किया था।
कोरोना के 22 हजार से ज्यादा मामले : दिल्ली में कोविड-19 से 17 और लोगों की मौत हो गई वहीं संक्रमण के 22,751 नए मामले सामने आए जबकि संक्रमण दर 23.53 प्रतिशत रही। स्वास्थ्य विभाग द्वारा रविवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।
पिछले साल एक मई के बाद से किसी एक दिन में संक्रमण के सबसे अधिक मामले सामने आए हैं। एक मई को संक्रमण के 25,219 मामले सामने आए थे और संक्रमण दर 31.61 प्रतिशत रही थी। सरकारी आंकड़ों के अनुसार कोविड के 1,618 रोगी अस्पताल में भर्ती हैं। उनमें से 44 वेंटिलेटर पर हैं। दिल्ली में उपचाराधीन रोगियों की संख्या 60,733 है, जिनमें से 35,714 गृह पृथकवास में हैं। पिछले दिन 79,954 आरटी-पीसीआर समेत कुल 96,678 जांच की गईं।