नई दिल्ली। कोरोना वायरस (Corona virus) के खिलाफ लड़ाई और उसके संक्रमण को रोकने के लिए 14 अप्रैल तक देशभर लॉकडाउन का ऐलान किया गया है। खबरों के अनुसार लॉकडाउन के बाद केंद्र सरकार कुछ बड़े कदम उठा सकती है जिनमें अर्थव्यवस्था को गति देना भी है।
कोरोना वायरस के कारण आर्थिक गतिविधियां थम गई हैं। अत्यावश्यक सेवाएं ही चल रही हैं, ऐसे में खबरें हैं कि केंद्र सरकार अर्थव्यवस्था के लिए बड़े पैकेज की घोषणा कर सकती है। खबरों के अनुसार वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण, मंत्रालय के सचिव और प्रधानमंत्री कार्यालय के बीच लगातार लगातार बैठकों का दौर चल रहा है। पिछले वित्त मंत्रालय और पीएमओ के बड़े अधिकारियों के बीच एक और फिस्कल पैकेज को लेकर कई बैठकें हुईं।
खबरें ये भी आ रही हैं कि सरकार चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन हटाएगी। हालांकि इस पर कोई आधिकारिक बयान बयान नहीं आया है। लॉकडाउन 14 अप्रैल को खत्म होने वाला है।
खबरों के अनुसार अधिकारी चालू वित्त वर्ष के लिए आय और व्यय का भी आकलन कर रहे हैं। देशभर में लॉकडाउन की वजह से बड़े स्तर पर मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर को धक्का लगा है। रेलवे सेवा ठप होने से लेकर विमान सेवाओं को भी बंद कर दिया गया है।
कोरोना वायरस महामारी की वजह से अर्थव्यवस्था को होने वाले नुकसान की भरपाई करने के रास्ते केंद्र सरकार तलाश रही है। खबरों के अनुसार सरकार कुछ वेलफेयर स्कीम्स और सरकारी योजनाओं को रिडिजाइन करने पर विचार कर रही है ताकि लॉकडाउन के बाद उचित कदम उठाए जा सकें।
फिलहाल केंद्र सरकार कई विकल्प पर विचार कर रही है जिसमें मंत्रालयों द्वारा स्कॉलरशिप और फैलोशिप, रबी फसलों की कटाई भी शामिल है। इनके बारे में जानकारियां जुटाई जा रही हैं।