औरंगाबाद (महाराष्ट्र)। औरंगाबाद के जिलाधिकारी सुनील चव्हाण ने एक अस्पताल को कोविड-19 केंद्र के तौर पर सेवाएं देने के लिए दी गई अनुमति, मरीजों से अत्यधिक शुल्क वसूले जाने की शिकायतों के मद्देनजर रद्द कर दी है। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश के बाद बालुज इलाके के बजाज नगर में स्थित 'ममता मेमोरियल अस्पताल' से कहा गया है कि वह किसी नए कोविड-19 मरीज को भर्ती नहीं करे और पहले से भर्ती मरीजों को उपचार पूरा होने के बाद छुट्टी दे दी जाए।
उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी को कई शिकायतें मिली थीं जिनमें आरोप लगाया गया था कि अस्पताल किसानों और गरीब लोगों से अत्यधिक शुल्क वसूल रहा है। अधिकारी ने बताया कि चव्हाण ने इन शिकायतों की जांच के लिए एक समिति गठित की और उसकी रिपोर्ट के आधार पर उन्होंने अस्पताल को कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए दी गई मंजूरी रद्द कर दी। (भाषा)