देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना की दूसरी लहर के बीच छोटे बच्चे भी संक्रमित होने से उनकी संख्या में निरंतर इजाफा हो रहा है। उत्तराखंड में 1 से 14 मई के बीच कोरोना के कुल 97064 मामले सामने आए।
इनमें इस दौरान 1 मई से 14 मई के बीच 1618 बच्चे संक्रमित मिले। यह कुल संक्रमित का महज 1.6 फीसद है। ज्यादा बड़ी बात यह है कि बच्चों में मौत का प्रतिशत बेहद कम है और वह काफी जल्दी रिकवर हो जा रहे हैं।
इसे लेकर सीएम तीरथसिंह रावत ने भी चिंता व्यक्त की। स्वास्थ्य से जुड़े अधिकारियों की बैठक में मुख्य सचिव ने भी कोविड अस्पतालों में बच्चों की आवश्यकता के अनुरूप बेड की व्यवस्था पर भी जोर दिया।
स्वास्थ्य की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में 14 मई तक 0 से 9 वर्ष की उम्र के 5069 बच्चे कोविड संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं जबकि, इस साल 1 अप्रैल तक 2134 बच्चे कोरोना संक्रमित थे। पिछले पूरे एक साल में सिर्फ 2131 बच्चे संक्रमित हुए। जबकि इस साल एक अप्रैल से 15 अप्रैल के बीच 264, 16 से 30 अप्रैल के बीच 1053 और 1 मई से 14 मई के बीच 1618 बच्चे कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।
10 से 19 आयु वर्ग के कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या राज्य में 21,587 है जबकि 60 से 69 उम्र के आयु वर्ग के 22,592 लोग संक्रमण की चपेट में आए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 16 अप्रैल से 30 अप्रैल के बीच में 9 और इससे कम उम्र के 1053 बच्चे संक्रमित हुए।
मई माह में एक से 14 मई के बीच 1618 बच्चे भी इस महामारी में संक्रमित पाए गए। चिंता की बात यह है कि अभी बच्चों की कोरोना रोधी वैक्सीन भी नहीं आई है। इससे बच्चों को सिर्फ कोरोना के सुरक्षा नियमों के तहत ही संक्रमण से बचाना होगा जैसे मास्क, शारीरिक दूरी और सैनिटाइजर से हाथों को बार-बार धोना।
शनिवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि विशेषज्ञ कोविड की तीसरी लहर की आशंका जता रहे हैं। हमें वर्तमान में कोविड की स्थिति का भी सामना करना है और कोविड की सम्भावित तीसरी लहर को लेकर अभी से पुख्ता तैयारियां भी करनी हैं। मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने कहा कि डीआरडीओ की ओर से हल्द्वानी और देहरादून में बनाए जा रहे कोविड अस्पताल में कुछ बेड बच्चों के अनुरूप रखे जाएं।