कोरोना वायरस (Corona virus) अब क्यों नहीं हारेगा, जब उससे मुकाबला करने के लिए मासूम बच्चों ने हौसला दिखाया है। आज 2 मासूम बच्चे अपने गुल्लक में महीनों से जमा की हुई राशि लेकर नीमच जिले के कंजार्डा पुलिस चौकी पर पहुंचे और चौकी प्रभारी से मिलकर उन्होंने यह राशि बेसहारा मज़दूरों के खाने के लिए दान दी। यह दृश्य रुलाने वाला था, क्योंकि जिस देश में 10 और 12 साल के बच्चों में मदद का वो जज़्बा हो वो देश कोरोना तो क्या किसी को भी शिकस्त दे सकता है।
नीमच जिले की कंजार्डा पुलिस चौकी पर आज 10 वर्षीय देवराज सिंह परिहार और 12 वर्षीय केशव सिंह परिहार पहुंचे। ये अपने साथ अपने गुल्लक में महीनों से जमा की गई राशि लेकर पहुंचे थे। जो कुल 5 हज़ार 60 रूपए थी। यह वो राशि थी जो बच्चों को खर्च के लिए परिजन देते हैं।
इन बच्चों ने चौकी प्रभारी अनिल सिंह ठाकुर से मिलकर कहा, यह रुपए उन मज़दूरों को खाने के लिए हैं, जो अपने घर से दूर यहां फंसे हुए हैं। आप इन रुपयों से उन्हें खाना खिलाना। दोनों भाई नीमच जिले के मनासा तहसील के गांव खेड़ली के रहने वाले हैं।
केशव सिंह परिहार से जब हमने बात की तो उन्होंने कहा कि इस गुल्लक में हम दोनों भाइयों ने महीनों से रुपए जमा किए थे और सोचा था कि अपने लिए कुछ खरीदेंगे, लेकिन जब कोरोना महामारी का सुना तो मन में ख्याल आया कि यह रुपए हम गरीब लोगों के खाने के लिए दे देते हैं और इसे लेकर हम चौकी पर आ गए।
इन मासूम बच्चों का हौसला देखकर थाना प्रभारी अनिल ठाकुर भी भावुक हो गए और उन्होंने यह राशि स्वीकार कर ली। चौकी प्रभारी ने जब बच्चों से पूछा, तुम थाने क्यों आए तो उन्होंने कहा, चूंकि पुलिस के संपर्क में सभी लोग रहते हैं, इसलिए हम थाने चले आए।
अनिल ठाकुर, चौकी प्रभारी, कंजार्डा से जब हमने बात की तो उन्होंने कहा कि बच्चों ने मुझे बताया कि यह रुपए वह हैं जो हमारे माता, पिता, नाना, मामा और बुआ ने दिए थे। मैं इनका जज़्बा देखकर अभिभूत हूं। कोरोना के खिलाफ जंग में आज इन 2 मासूम बच्चों ने मदद का हाथ बढ़ाकर पूरे देश को लड़ने का जज़्बा दिया है। हम इनके इस हौसले को दिल से सलाम करते हैं।