विश्व के पहले हिन्दी पोर्टल वेबदुनिया ने आसमान में उड़ती पतंगों से कोरोना वायरस (Corona Virus) के संक्रमण की आशंका जाहिर की थी। इसी संदर्भ में राजस्थान की राजधानी जयपुर के आसमान में उड़ता 'कोरोना'! शीर्षक से ग्राउंड रिपोर्ट प्रसारित की थी। इस बात की डॉक्टर ने भी पुष्टि की थी कि पतंग उड़ाने की पूरी प्रक्रिया से कोरोना का संक्रमण संभव है।
उल्लेखनीय है कि गुलाबी नगरी के नाम से मशहूर राजस्थान की राजधानी जयपुर पारंपरिक त्योहारों के आयोजन के साथ ही मकर संक्रांति के अवसर पर पंतगबाजी प्रतियोगिता एवं आसमान में पतंग उड़ाने के लिए पूरी दुनिया में अपनी अनूठी पहचान रखता है।
संपूर्ण लॉकडाउन के चलते जयपुर में लोगों का पतंगबाजी का शौक परवान चढ़ रहा था और आसमान भी पतंगों से पटा रहता था। इसके चलते वेबदुनिया ने सबसे पहले मंगलवार 31 मार्च को वायरस के संक्रमण की आशंका जताते हुए जयपुर की रिपोर्ट प्रसारित की थी।
इस रिपोर्ट में प्रदेश के जाने-माने डॉ. आषुतोष गुप्ता (एमडी एवं फिजिशियन) ने भी अपने वर्जन में कहा था कि पतंग उड़ाने से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं होता साथ ही उन्होंने माना था कि पतंग उड़ाने से कोरोना वायरस के ड्रॉपलेट के एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचने की पूरी संभावना रहती है। ऐसे में पतंग उड़ाना प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से कोरोना वायरस के संक्रमण को आमंत्रण देता है।
इस समाचार के प्रकाशित होने के बाद पुलिस-प्रशासन हरकत में आया एवं जयपुर शहर के परकोटे में कर्फ्यू की सख्ती और बढ़ा दी गई। जयपुरवासियों ने बातचीत में स्वीकार किया कि वेबदुनिया की खबर के बाद पुलिस लोगों को समझाइश देने के साथ ही सख्ती भी बढ़ाई। हालांकि अभी भी जयपुर शहर परकोटे एवं आसपास की कॉलोनियों में कई लोग हैं जो पतंग उड़ा रहे है। अत: जनहित में इन पर भी रोक लगनी चाहिए।