कोरोना वायरस (Corona Virus) के कारण देशभर में Lockdown है। लोग अपने-अपने घरों में रहकर इस महामारी का मुकाबला कर रहे हैं। मध्यप्रदेश के सबसे बड़े शहर इंदौर समेत देश में कुछ अन्य इलाकों में भी लोगों की शिकायत है कि उन्हें सब्जी-फल एवं अन्य जरूरी सामान बहुत ही मुश्किल से मिल पा रहा है। वहीं, हरियाणा के लोगों का मानना है कि लॉकडाउन के चलते सड़कों पर तो सन्नाटा पसरा हुआ है, लेकिन सब्जी-फल एवं अन्य जरूरी सामान लोगों के घरों तक आसानी से पहुंच रहा है।
आखिर हरियाणा में लॉकडाउन के बीच इस महामारी से किस तरह लड़ाई चल रही है? इस संबंध में गुड़गांव निवासी प्रदीप सिंह ने बताया कि मुंह पर मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना समेत सभी सावधानियां लोग बरत रहे हैं, लेकिन किसी भी सामान के लिए उन्हें बाहर नहीं भटकना पड़ रहा है। फल-सब्जी उनके घर के दरवाजे पहुंच रहे हैं, सभी लोग दूरी बनाते हुए बारी-बारी से खरीदते हैं। राज्य की खट्टर सरकार ने अच्छी व्यवस्थाएं कर रखी हैं।
चरखी दादरी के कृष्ण कुमार कहते हैं कि कोरोना के संदर्भ में कहा जा रहा है कि इस रोग से लड़ने के लिए व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) अच्छी होनी चाहिए। लेकिन, व्यक्ति को फल-सब्जी खाने के लिए नहीं मिलेंगे तो इम्युनिटी बढ़ेगी कैसे? ऐसे में राहत की बात यह है कि यहां लोगों को फल-सब्जी की डोर टू डोर सप्लाई हो रही है। हालांकि यह बात सही है कि जो जहां फंसा है, वह वहीं पर रहने को मजबूर है।
महेन्द्रगढ़ जिले के नारनौल के रहने वाले नरेन्द्रसिंह कहते हैं कि नारनौल जिला कोरोना फ्री हो चुका है, लेकिन फिर भी लोग सावधानियां पूरी बरत रहे हैं। लॉकडाउन का भी पालन कर रहे हैं। यहां रोजमर्रा का सामान आसानी से उपलब्ध हो रहा है। सब्जी-फल और अन्य जरूरी सामान पहुंचाने वालों के लिए कर्फ्यू पास जारी किए गए हैं, जिनके माध्यम से वे लोगों के दरवाजे तक पहुंच रहे हैं। साथ ही प्रशासन के पास उनका रिकॉर्ड भी रहता है।
असंध (करनाल) के शिक्षक सुरेन्द्र पहल का कहना है कि थोड़ी-बहुत अव्यवस्थाएं तो ऐसे माहौल में होती ही हैं, लेकिन यह अच्छी बात है कि जरूरी सामान लोगों के घरों पर समय पर पहुंच रहा है। यही कारण है कि लोग भले घरों में बंद हैं, लेकिन उनके भीतर असंतोष नहीं है। हालांकि यह बात बिलकुल सही है कि जरूरी सामान के दाम बढ़ गए हैं।
उल्लेखनीय है कि हरियाणा में लगभग 235 संक्रमण के मामले सामने आए हैं, जिनमें से 90 लोग ठीक होकर अपने घर पहुंच चुके हैं, जबकि 3 लोगों की इस महामारी से मौत हुई है। इसके साथ ही 15 हजार 179 लोगों ने क्वारंटाइन अवधि पूरी कर ली है तथा शेष 13 हजार 762 निगरानी में हैं। हरियाणा में पॉजिटिव पाए गए लोगों में से 14 इटली, 6 श्रीलंकाई तथा 1-1 नेपाल, थाईलैंड, इंडोनेशिया और दक्षिण अफ्रीकी नागरिक हैं, जबकि 64 मरीज देश के अन्य राज्यों से हैं।