वॉशिंगटन। कोरोनावायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट ने भारत, अमेरिका समेत 34 देशों में दस्तक दे दी है। हालांकि ओमिक्रॉन से दुनिया के किसी भी देश में एक भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है।
अमेरिका में मिले 3 और मरीज : अमेरिका के न्यूयॉर्क में शनिवार को ओमीक्रोन संक्रमण के तीन और मामले सामने आए और इसी के साथ राज्य में कोरोना वायरस के नए स्वरूप से संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर 8 हो गई। इसके अलावा अमेरिका में उन राज्यों की संख्या बढ़ गई है, जहां ओमीक्रोन संक्रमण के पहले मामले सामने आए हैं।
भारत में कुल 4 मामले : भारत में भी अब तक इसके 4 मरीज मिल चुके हैं। कर्नाटक में 2 ओमिक्रॉन संक्रमित मिले है, 1 केस गुजरात के जामनगर में मिला है जबकि महाराष्ट्र में भी एक मामला सामने आया है। साथ ही कई लोगों की कोरोना रिपोर्ट जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए पुणे स्थित लैब भेजी गई है।
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने भी कहा कि कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप से संक्रमण फैलने की दर अधिक है लेकिन इसके लक्षण हल्के हैं। उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में ओमीक्रोन से संक्रमित किसी भी मरीज को ऑक्सीजन नहीं दी गई। इससे अभी तक मृत्यु दर भी नहीं बढ़ी है।
कितना खतरनाक है नया वैरिएंट : WHO के डायरेक्टर (इमरजेंसी) माइकल रयान ने कहा है कि बेहद ज्यादा म्यूटेशन वाला यह कोविड-19 स्ट्रेन कितना खतरनाक है, इसकी सही जानकारी मिलने में अभी कई सप्ताह लगेंगे। ओमिक्रॉन पर वैक्सीन कितना असर कर रही है, यह भी कुछ समय बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।
क्या बोले दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्री : दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्री जोए फाहला ने कहा कि देश कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप से आयी महामारी की चौथी लहर से बिना सख्त पाबंदियां लगाए निपट सकता है। साथ ही उन्होंने नागरिकों से प्रोटोकॉल का पालन करने और टीके की पूरी खुराक लेने का अनुरोध किया।
उन्होंने कहा कि अगर हम सुरक्षा उपाय करने का अपना मौलिक कर्तव्य निभाते हैं और अगर 12 साल से अधिक आयु के हम सभी पात्र लोग टीके की खुराक लेने के लिए अपने नजदीकी टीकाकरण केंद्र जाते हैं तो हम इससे इस तरीके से निपट सकते हैं।