इंदौर। एक तरफ जहां इंदौर में कोरोना (Corona) मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है, वहीं मध्यप्रदेश सरकार ने दावा किया है कि भारत में पहली कोरोना टेस्टिंग मशीन इंदौर में लगाई जाएगी। इससे जांच की गति में और तीव्रता आएगी। 
 
 			
 
 			
					
			        							
								
																	
	 
	राज्य के अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) मोहम्मद सुलेमान ने इंदौर में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि सरकार Cobas-8800 मशीनर का ऑर्डर कर चुकी है। भारत में पहली बार यह मशीन इंदौर में ही आएगी। उन्होंने कहा ऑर्डर के बाद डिलेवरी में दो से ढाई महीने का वक्त लगता है। अमेरिका से आने वाली इस मशीन की कीमत साढ़े 8 करोड़ के लगभग है। 
	 
	हालांकि उन्होंने कहा कि हम सिर्फ मशीन पर आश्रित नहीं हैं। एक दिन वह भी था जब प्रदेश में रोज 60 टेस्ट ही हो पा रहे थे, लेकिन अब हम रोज 6000 से ज्यादा टेस्ट कर रहे हैं। भविष्य में इसे हम इस क्षमता को बढ़ाकर 15 हजार तक ले जाएंगे।   
	 
	उन्होंने लोगों को सतर्क करते हुए कहा कि वायरस अभी गया नहीं है। अत: लोगों को पूरी तरह सावधान रहने की जरूरत है। सरकारी मशीनरी को भी अलर्ट रहने की जरूरत है। सुलेमान ने कहा कि आने वाले मानसून के मौसम में मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। उन्होंने कहा कि वैसे भी बारिश के समय दूसरे संक्रमण भी बढ़ जाते हैं।
								
								
								
										
			        							
								
																	
	 
	मोहम्मद सुलेमान कहा कि इंदौर में कोरोना वायरस की शुरुआत संभवत: फरवरी में ही हो गई, लेकिन समय रहते इसका पता नहीं चल पाया। हालांकि उन्होंने लॉकडाउन को लेकर इंदौर की जनता की तारीफ की। उन्होंने कहा इसके चलते हम चीजों को ठीक कर पाए। अन्यथा स्थिति और खराब हो सकती थी। उन्होंने कहा कि हमने कहा ईश्वर करे जरूरत नहीं पड़े, लेकिन हमने 60 हजार बेड की व्यवस्था तैयार रखी है। साथ 6000 बेड ऐसे में बनाए हैं, जहां ऑक्सीजन की व्यवस्था है।