नई दिल्ली। देश में एक दिन में कोविड-19 से रिकॉर्ड 4,187 लोगों की मौत होने के बाद मृतक संख्या 2,38,270 पर पहुंच गई है जबकि 4,01,078 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामले 2,18,92,676 हो गए हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह आठ बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक 37,23,446 मरीजों का अब भी इलाज चल रहा है जो कुल मामलों का 17.01 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर घटकर 81.90 प्रतिशत हो गई है। बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या 1,79,30,960 हो गई जबकि संक्रमण से मृत्यु दर 1.09 फीसदी दर्ज की गई।
मई के 8 दिनों में 31 लाख से ज्यादा नए मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 4 दिन 4 लाख से ज्यादा नए संक्रमित मिले हैं। सबसे ज्यादा 4,14,188 नए 7 मई को सामने आए थे जबकि 4 मई को सबसे कम 3,57,229 संक्रमित मिले थे।
मात्र 24 दिन में 1000 से 4000 तक पहुंचा मौत का आंकड़ा : देश में 14 अप्रैल को पहली बार कोरोना से 1027 लोगों की मौत हुई थी, 21 अप्रैल के बाद प्रतिदिन 2000 से ज्यादा लोगों की जान जाने लगी। 28 अप्रैल के बाद महामारी से रोज 3000 से ज्यादा लोग मरने लगे। 8 मई को मृतक संख्या 4000 के पार पहुंच गई।
दूसरी लहर का महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा असर : कोरोना की दूसरी लहर का सबसे ज्यादा असर महाराष्ट्र में देखा जा रहा है। यहां शुक्रवार को 54,022 लोग संक्रमित पाए गए। 37,386 लोग रिकवर हुए और 898 की मौत हो गई। उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में 27,763 नए मरीज मिले जबकि 33,117 लोगों ने कोरोना को मात दी और 372 की मौत हो गई। दिल्ली में 19,832 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। 19,085 लोग ठीक हुए और 341 की मौत हो गई।
इस तरह बढ़ी कोरोना की रफ्तार : देश में कोविड-19 के मरीजों की संख्या पिछले साल सात अगस्त को 20 लाख को पार कर गई थी। वहीं कोविड-19 मरीजों की संख्या 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख के आंकड़े को पार कर गई थी।
इसके बाद 28 सितंबर को कोविड-19 के मामले 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख, 19 दिसंबर को एक करोड़ के पार हो गए थे। भारत ने चार मई को गंभीर स्थिति में पहुंचते हुए दो करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया था।