नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा गठित किए गए एक सरकारी पैनल ने कहा है कि भारत में कोरोनावायरस (Coronavirus) पीक को पार कर गया है। पैनल का दावा है कि फरवरी 2021 तक यह महामारी खत्म हो जाएगी।
हालांकि समूह ने चेतावनी दी है कि हमें तब भी सुरक्षा के कदमों का पालन करना होगा। पैनल का कहना है कि फरवरी तक भारत में कोरोना के कुल मामले 1 करोड़ 5 लाख तक पहुंच जाएंगे।
एक्टिव केस की संख्या घटी : देश में कोरोना संक्रमण के मामले 75.43 लाख के पार पहुंच गए हैं और पिछले एक सप्ताह के दौरान कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 9 लाख से घटकर अब 7.76 लाख के करीब पहुंच गई है।
विभिन्न राज्यों से प्राप्त रिपोर्टों के मुताबिक रविवार देर रात तक संक्रमण के 51,054 नए मामलों के साथ संक्रमितों का कुल आंकड़ा 75.43 लाख हो गया है और मृतकों की संख्या 498 और बढ़कर 1.14 लाख हो गई है।
देश में नए मामलों की तुलना में कोरोना महामारी से निजात पाने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है और इसी कड़ी में 56,643 कोरोना मरीजों के ठीक होने के साथ अब तक 66.51 लोग इस बीमारी से मुक्ति पा चुके हैं।
दूसरी लहर का खतरा बरकरार : नीति आयोग के सदस्य और कोविड एक्सपर्ट पैनल के चीफ डॉ वीके पॉल ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत में कहा कि पिछले तीन हफ्तों में नए मामले, मौतों की संख्या घटी है लेकिन हम सर्दियों के मौसम में भारत में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की संभावना से इंकार नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा कि एक बार कोविड-19 का टीका आ जाए, उसके बाद उसे नागरिकों को उपलब्ध कराने के लिए पर्याप्त संसाधन हैं। उनके मुताबिक भारत अब कहीं बेहतर स्थिति में है लेकिन अभी लंबा रास्ता तय करना है क्योंकि 90 प्रतिशत लोग अब भी कोरोनावायरस से आसानी से संक्रमित हो सकते हैं।
यहां बढ़ रहे हैं मामले : पांच राज्य (केरल, कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल) और तीन से चार केन्द्र शासित क्षेत्र हैं जहां अब भी संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं।