मास्को/ लंदन। रूस की राजधानी मास्को में शनिवार को कोविड-19 के टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत हो गई। यह टीकाकरण उन लोगों को सबसे पहले दिया जाएगा जिनको संक्रमित होने का खतरा सबसे अधिक है। बीबीएस ने बताया कि रूस अपना खुद का 'Sputnik V' नामक टीके का उपयोग कर रहा है। टीका लगना शुरू होने के साथ ही मास्को में शनिवार को 70 टीकाकारण केंद्र खोले गए।
'Sputnik V' विकसित करने वाले वैज्ञानिकों का मानना है कि यह 95% प्रभावी है और इसका कोई बड़ा दुष्प्रभाव नहीं है, लेकिन सकारात्मक परिणाम के बावजूद टीके का सामूहिक परीक्षण अभी भी जारी है।
हजारों लोगों ने सप्ताहांत में टीकाकरण के लिए पंजीकरण किया है, लेकिन फिर भी यह स्पष्ट नहीं है कि रूस अपने लोगों के लिए कितने वैक्सीन का निर्माण कर सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अब इस वर्ष के अंत तक वैक्सीन की केवल 20 लाख खुराक बन पाने की उम्मीद है।
पिछले सप्ताह इस कार्यक्रम की घोषणा करने वाले मास्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन ने कहा कि यह सबसे पहले स्कूलों के कर्मचारियों, स्वास्थ्यकर्मी और सामाजिक कार्यकर्ताओं को उपलब्ध कराया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों को पिछले 30 दिनों में इंजेक्शन लगाया है या जिन्हें पिछले दो हफ्तों के भीतर सांस की बीमारी है उन्हें इस कार्यक्रम से बाहर रखा गया है। इसके अलावा वे लोग जो पुरानी बीमारियों के अलावा गर्भवती और स्तनपान करने वाली महिलाएं भी इसमें शामिल नहीं होंगे। सभी मरीजों का 21 दिनों के गैप में दोनों इंजेक्शन दिए जाएंगे।
ब्रिटेन में तैयारियां जोरों पर : ब्रिटेन के सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों ने सामान्य चिकित्सकों से 14 दिसंबर तक देशभर के केंद्रों को कोरोना वायरस के टीकाकरण के लिए तैयार करने के लिए कहा है। ब्रिटेन के सभी क्लीनिकों और प्राथमिक स्वास्थ्य एवं देखभाल केंद्रों को भेजे गए पत्र में नेशनल हेल्थ सर्विस ने सभी डॉक्टरों से स्थानीय टीकाकरण केंद्रों में कर्मचारियों को नियुक्त करने का आग्रह किया है।
स्काई न्यूज प्रसारण ने पत्र के हवाले से कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि हम प्राथमिक टीकाकरण सेवाओं को सक्रिय करना शुरू करें ताकि प्राथमिकता वाले मरीजों को टीका लगाने के लिए तैयार किया जा सके। उसने बताया कि देशभर में अस्पतालों के साथ में बने टीकाकरण केंद्र एक सप्ताह में कोरोना की 975 खुराक लगा सकते है।
ब्रिटेन के करीब 50 अस्पतालों में मंगलवार से प्राथमिकता के आधार पर कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण का अभियान शुरू हो जाएगा।
दरअसल, अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर और जर्मनी की बायोएनटेक की ओर से संयुक्त रूप से विकसित की गयी कोरोना वैक्सीन को ब्रिटेन में इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिल गयी है और अगले सप्ताह से यह वैक्सीन पूरे ब्रिटेन में उपलब्ध हो जायेगी।
ब्रिटिश सरकार ने मेडिसिन एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी की सिफारिश को मंजूर करते हुए फाइजर की कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल की बुधवार को मंजूरी दी थी। यह वैक्सीन अगले सप्ताह से उपलब्ध हो जाएगी। (वार्ता)