नई दिल्ली। कोरोनावायरस की अधिकांश भारतीय वैक्सीन का अंतिम ट्रायल अगले 2 महीनों में पूरा हो जाएगा, जो काफी सस्ती होगी। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने दी। डॉ. हर्षवर्धन ने एक वेब कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि कोरोना की स्वदेशी वैक्सीन का ट्रायल अगले एक से 2 महीने में पूरा होने की संभावना है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हम अपने स्वदेशी टीके को विकसित करने की प्रक्रिया के अंतिम चरण में हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार की योजना जुलाई तक 20 से 25 करोड़ भारतीयों का टीकाकरण करने की है।
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा था कि वैक्सीन के क्षेत्र में हम तेजी से काम कर रहे हैं। भारत वैक्सीन को बनाने में विश्व के किसी भी देश से पीछे नहीं है। अगले साल 2021 की शुरुआत में भारत में वैक्सीन लोगों के लिए उपलब्ध हो जाएगी। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कोरोना वैक्सीन जब बनकर तैयार हो जाएगी तो सबसे पहले फ्रंटलाइन वॉरियर्स और बुजुर्गों को प्राथमिकता दी जाएगी।
भारत को नए साल के शुरुआत यानी जनवरी के अंत और फरवरी के शुरू में बहुत सी एंटी कोविड वैक्सीन मिलने की संभावना है। पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और फॉर्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका द्वारा मिलकर बनाई जा रही कोरोनावायरस की संभावित वैक्सीन के लिए आपात मंजूरी मिल सकती है।
आधी कीमत में वैक्सीन : वैक्सीन की बाजार में कीमत 500 से 600 रुपए के बीच हो सकती है। बहुत अधिक मात्रा में डोज खरीदने पर सरकार को यह वैक्सीन आधी कीमत यानी 3 से 4 डॉलर या 225 से 300 रुपए में मिलेगी। खबरों के अनुसार आम जनता को वैक्सीन के लिए 500 से 600 रुपए चुकाने पड़ सकते हैं। फिलहाल भारत सरकार वैक्सीन उपलब्ध कराने की तैयारी में है। इस बात के भी आसार हैं कि आने वाले समय में हर भारतवासी को कोरोना का टीका मुफ्त में मिले।