क्वरंटाइन सेंटर में रह रहे लोग भी अब प्रशासन के लिए मुसीबत बनते जा रहे हैं। मणिपुर के तामेंगलांग से एक ऐसा ही दिलचस्प मामला सामने आया है।
मणिपुर के तामेंगलांग इलाके के क्वारंटाइन सेंटर से दो युवक अपनी ग्रलफ्रेंड्स से मिलने के लिए सेंटर से भाग गए। लेकिन दिलचस्प यह था कि कुछ समय बाद वे वापस भी लौट आए।
लेकिन जब दोनों वापस लौटे तो उनके पास गांजा, सिगरेट और शराब की बोतलें थीं। मणिपुर के स्थानीय मीडिया के मुताबिक जब अधिकारियों ने युवकों को क्वारंटाइन सेंटर में रहने वाले अन्य लोगों को शराब, सिगरेट और गांजा बेचते पकड़ा तो उन्हें दोनों के क्वारंटाइन सेंटर से भागने और वापस आने की कहानी पता चली।
यह मामला तब मीडिया में आया जब इस पूरी घटना का जिक्र तामेंगलांग के डिप्टी कमिश्नर ने अपनी फेसबुक पोस्ट में किया।
रिपोर्ट के मुताबिक यह दोनों गर्लफ्रेंड से मिलने के लिए भागे थे। लेकिन जब बाइक से वापस लौटे तो अपने साथ 8 लीटर देसी शराब, चार पैकेट गांजा और सिगरेट लेकर आए। डीएम आर्मस्ट्रांग पाम ने कहा,
‘उन्हें और उनकी टीम को समझ नहीं आ रहा कि ऐसे लोगों और ‘स्थानीय ठगों’ से कैसे निपटा जाए। जिला प्रशासन सजा देने के लिए इन्हें जेल भेजने वाला था लेकिन कोरोना की वजह से जेल बंद है’
पाम ने आगे लिखा,
‘समझ नहीं आता कि इन्हें कैसे सजा दें। जेल भी बंद हैं। और हां, मानवाधिकार के उल्लंघन के डर से कोई इन्हें पीटना भी नहीं चाहता। अगर फाइन लगाकर छोड़ा गया, तो ये अपने सामान को ऊंचे दाम पर बेचकर भरपाई कर लेंगे’