लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस (Corona virus) संक्रमण की महामारी को लेकर प्रधानमंत्री मोदी की अपील के बाद 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा के बाद उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से किसी भी गरीब व मजदूर को दिक्कत ना हो इसका ध्यान रखते हुए आर्थिक सहायता प्रदान करने के बाद सरकार ने मजदूरों और गरीबों को अब राशन वितरण शुरू कर दिया है।
खाद्य एवं रसद विभाग की तरफ से पहले चरण के तहत आज (बुधवार) से प्रदेश में खाद्यान्न वितरण शुरू कर दिया गया है। इसमें अंत्योदय कार्ड धारकों, मनरेगा श्रमिकों, श्रम विभाग में रजिस्टर्ड श्रमिकों तथा नगर विकास विभाग के दिहाड़ी मजदूरों को निशुल्क राशन वितरण किया जा रहा है, जिसके चलते गांव के साथ ही शहरों में राशन लेने वालों की कतार लगी है।
राशन वितरण के लिए प्रत्येक उचित दर की दुकान के लिए जिलाधिकारी की ओर से नोडल अधिकारी की नियुक्ति की गई है। नोडल अधिकारी और ग्राम प्रधान की मौजूदगी में उचित दर पर विक्रेता से राशन वितरण कराया जा रहा है। साथ ही माह के द्वितीय चरण के तहत 15 अप्रैल से समस्त कार्ड धारकों को 5 किलो प्रति यूनिट की दर से निशुल्क राशन (चावल) भी उपल्ब्ध कराया जाएगा।
कोटेदारों को कड़े निर्देश : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत ई-पास से वितरण के समय सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन कराने का निर्देश देते हुए कहा है कि प्रत्येक दुकान पर सैनिटाइजर/ साबुन एवं पानी भी रखा जाएगा, ताकि हाथ धुलने के उपरांत ही ई-पास का इस्तेमाल किया जाए। राशन की दुकानों पर भीड़ न हो, सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे इसके लिए प्रत्येक दुकानदार को रोस्टर के हिसाब से राशन वितरित करने का निर्देश दिया गया है।