दुनिया की सबसे युवा प्रधानमंत्री सना मारीन ने खुद को क्वारंटाइन कर लिया। फिनलैंड की प्रधानमंत्री मरीन ने यह कदम अपने घर पर काम करने वाले एक व्यक्ति किसी दूसरे कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद उठाया है।
प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी बयान के अनुसार मरीन का टेस्ट निगेटिव आया है। उनमें संक्रमण के कोई लक्षण नहीं हैं। 34 साल की सना दिसंबर में दुनिया की सबसे युवा प्रधानमंत्री बनी थीं, तभी से वे सुर्खियों में हैं।
संक्रमित व्यक्ति क्वारंटाइन में है और वह प्रधानमंत्री और उनके परिवार के संपर्क में नहीं आया था। प्रधानमंत्री ने ऐतिहातन यह कदम उठाया है।
सना मरीन के प्रधानमंत्री बनते ही कोरोना वायरस उनके लिए एक चुनौती की तरह सामने आया, जिसे उन्होंने बखूबी संभाला।
यूरोप के बाकी हिस्सों को तुलना में फिनलैंड में मृत्यु दर काफी कम है। खबरों के अनुसार सना ने समय रहते वे सभी कदम उठाए जिसकी आवश्यकता थी।