नई दिल्ली। पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी एवं पूर्वी दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर कोरोना वारयस (कोविड-19) के कारण पूर्णबंदी में जहां लोगों को भोजन और अस्पतालों के लिए किट मुहैया करा रहे हैं, वहीं इस चुनौती की घड़ी में अपने साथ जुड़े लोगों के समक्ष आई विपदा में अपने दायित्व को निभाने में भी पीछे नहीं हैं।
गंभीर के घर में काम करने वाली नौकरानी का निधन हो गया और उन्होंने महिला के अंतिम संस्कार का दायित्व भी निभाया। मेड के निधन से भावुक सांसद ने उसका अंतिम संस्कार स्वयं किया।
उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि मेरी लाड़लियों की की देखभाल करने वाली नौकरानी नहीं हो सकती, वह मेरे परिवार की सदस्य थीं। उनका अंतिम संस्कार करना मेरा कर्तव्य था।
उन्होंने कहा कि मैं जाति, धर्म, पंथ या सामाजिक स्थिति से अलग गरिमा का पक्षधर हूं, समाज को बेहतर बनाने का यही एकमात्र रास्ता है। देश को लेकर मेरी सोच यही है। ओम शांति"।
गंभीर की दो बेटियां हैं। मेड ओडिशा की रहने वाली थीं और मधुमेह और उच्च रक्तचाप से पीड़ित थीं। (वार्ता)