नई दिल्ली। आईटीसी होटल्स, रेडिसन होटल ग्रुप और एपीजे सुरेंद्र पार्क होटल्स जैसी आतिथ्य क्षेत्र की कंपनियों ने देश में कोरोना वायरस महामारी फैलने के बीच स्वास्थ्य कर्मियों तथा समुदायों की मदद के लिए कई कदम उठाए हैं।
खाद्य और होटल क्षेत्र में अपने लंबे अनुभव के जरिए आईटीसी होटल्स विभिन्न शहरों में स्थानीय प्रशासन और अस्पतालों की जरूरत के हिसाब से खाने-पीने की सामग्री का वितरण कर रही है।
नई दिल्ली में आईटीसी मौर्य-शेरेटन 1,500 प्रवासी मजदूरों के लिए भोजन उपलब्ध करा रहा है। बेंगलुरु में आईटीसी गार्डेनिया 15 दिन तक नगर निगम को रोजाना 1,000 खाने के पैकेट उपलब्ध कराएगी।
मुंबई में आईटीसी ग्रैंड सेंट्रल ने एमजी अस्पताल के चिकित्सकों को भोजन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है। यही होटल मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में भी भोजन उपलब्ध करा रहा है।
लखनऊ में फॉर्च्यून होटल ने प्रतिदिन 1,000 लोगों को भोजन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है। आईटीसी होटल्स ने कहा कि वह कोलकाता, चेन्नई और हैदराबाद जैसे शहरों में भी यह व्यवस्था शुरू करने जा रही है।
भोजन उपलब्ध कराने के अलावा जयपुर और गोवा के आईटीसी होटलों ने चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों के लिए शॉवर कैप्स और सैनिटाइजर भी उपलब्ध कराया है। इसी तरह रैडिसन होटल समूह भी कोविड-19 संकट के निपटने के सरकार के प्रयासों में कई तरह से सहयोग कर रहा है।
रैडिसन होटल ग्रुप दक्षिण एशिया के प्रबंध निदेशक एवं उपाध्यक्ष (परिचालन) जुबिन सक्सेना ने कहा, ‘मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि रैडिसन होटल समूह में हम प्रतिदिन 20,000 लोगों को भोजन और खाद्य आपूर्ति उपलब्ध करा रहे हैं। हमने विभिन्न राज्यों के राहत कोषों और प्रधानमंत्री राहत कोष में 1 करोड़ रुपए का योगदान दिया है।’
आतिथ्य क्षेत्र की एक अन्य कंपनी एपीजे सुरेंद्र पार्क होटल्स लि. (एएसपीएचएल) ने कहा है कि वह इस संकट के समय समुदायों के साथ मिलकर काम करने को प्रतिबद्ध है। कंपनी ने बयान में कहा कि पार्क होटल्स ने अपने मेहमानों और पड़ोसियों की मदद के लिए एक पहल पार्कहार्टआफहोप शुरू की है।
द पार्क-बेंगलुरु, द पार्क चेन्नई, द पार्क, द पार्क कलंगुट गोवा, द पार्क बागा रिवर गोवा और द पार्क हैदराबाद अपने आसपास के लोगों विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों को मदद उपलब्ध करा रहा है।
एपीजे सुरेंद्र पार्क होटल्स के प्रबंध निदेशक विजय दीवान ने कहा, ‘हमने विशेष पहल theparkheartforhope (दपार्कहार्टफॉरहोप) शुरू की है। इसके लिए कोई भी व्यक्ति विशेषरूप से वरिष्ठ नागरिक हमें किसी भी तरह की मदद मसलन घर का सामान, भोजन या दवाइयां आदि मंगाने के लिए कॉल कर सकते हैं।’