नई दिल्ली। आईसीएमआर और एनआईवी ने मिलकर देश में ओमिक्रॉन के खतरे के बीच कोरोना टेस्टिंग के लिए नई किट डेवलप की है। यह 30-40 मिनट में ही रिजल्ट बता देगी। इस किट को आईसीएमआर और एनआईवी की मुंबई यूनिट के वैज्ञानिक और उनकी टीम विकसित किया है।
इस नई किट के इस्तेमाल से कोरोना टेस्ट की लागत में 40% तक की कमी आएगी तथा इसका अगले 2 हफ्ते के अंदर एयरपोर्ट्स और दूसरी जगहों पर इस्तेमाल भी शुरू हो जाएगा। ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरों को देखते हुए इस किट का प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए कहा गया है। अन्य किट के मुकाबले यह काफी सस्ती होगी।
इसके इस्तेमाल के लिए जटिल प्रयोगशाला उपकरणों की आवश्यकता नहीं होगी। अलावा इसके, इस किट को लेकर बहुत अच्छी बात ये है कि ये कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन का भी पता लगा सकती है। इसके अलावा इस किट से टेस्ट किए गए सैंपल और आरटी लैंप किट से टेस्ट किए सैंपल का रिजल्ट 100 फीसदी मेल खाया है।
किसी भी एयरपोर्ट पर होने वाले 1 टेस्ट पर अभी देशभर में 3,900 रुपए से लेकर 6,000 रुपए तक की लागत आती है, वहीं नई किट के इस्तेमाल से ये लागत 3,000 रुपए हो जाएगी। यह पोर्टेबल आरटी लैंप परीक्षण किट आसानी से हवाई अड्डों, रेलवे और बस स्टेशनों, आपातकालीन विभागों, चिकित्सक क्लिनिकों और अन्य कम-संसाधन सेटिंग्स में उपयोग में लाई जा सकती है।