कानपुर। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस (Corona virus) कोविड-19 महामारी से दिक्कतों का सामना कर रहे आम लोगों की मदद करने के लिए अब आईआईटी कानपुर और कानपुर परिवर्तन फोरम ने भी कमर कस ली है और किसी भी प्रकार की समस्या के साथ-साथ कोई भूखा न रहे इसके लिए टोल फ्री नंबर जारी करते हुए लोगों से अपील की है कि आपकी समस्या के साथ-साथ आपके राशन का इंतजाम अब हम करेंगे लेकिन इसके लिए आपको टोल फ्री नंबर पर कॉल करके जानकारी देनी होगी।
मिली जानकारी के अनुसार, आईआईटी कानपुर व कानपुर परिवर्तन ने मिलकर टोल फ्री नंबर जारी किया है, इसका नंबर (18003134090) है, जिस पर कॉल करके आपको कॉल सेंटर के नियमों का पालन करते हुए सारी जानकारी देनी होगी। थोड़े समय बाद एक टीम जांच करके अगर आपकी कोई समस्या है तो उसका निदान करेगी। साथ ही अगले कुछ दिनों में राशन का इंतजाम कर आपके घर कोरियर के द्वारा पहुंचा दिया जाएगा और आपकी पहचान गुप्त रखी जाएगी।
यही नहीं इस सिस्टम का संचालन कैम्पस हाट के बनाए टोल फ्री नंबर/ऐप 'सहयोग' के जरिए हो रहा है जिसमें इन परिवारों के सदस्यों की कुशलता, जॉब प्रोफ़ाइल का डाटा भी एकत्र किया जा रहा है।बाद में यह डाटा रोजगार देने वालों को कुशल कामगारों से जोड़ने में भी मददगार होगा।
यह भी पूछा जा रहा है कि क्या वो परिवार राशन कार्ड लेने के इच्छुक हैं और अगर आपका जवाब हां होता है तो आपको नजदीकी सीएससी केंद्र से जोड़ दिया जाएगा।आईआईटी कानपुर के डायरेक्टर प्रोफेसर अभय करंदीकर ने बताया कि जिन्होंने नौकरियां खोई हैं।उनको ना सिर्फ राशन पहुंचेगा, बल्कि उनके तकनीकी कौशल की जानकारी एक डेटाबेस में आ जाएगी।
यह डेटाबेस बाद में उनको रीसाइकलिंग करने और नौकरियों तक पहुंचने के काम आएगा।कानपुर परिवर्तन फोरम टीम के अनिल गुप्ता ने बताया कि परिवर्तन नें फेस 1 में करीब बारह हज़ार परिवारों को राशन वितरण मलिन बस्तियों में घर-घर जाकर किया था, किंतु अब जरूरत थी तकनीक की जिससे सोशल डिस्टेंस बनाते हुए उन परिवारों तक पहुंचना जो ऐसे मोहल्लों में रहते हैं, जहां हम सोचते भी नहीं कि घर में भोजन के लिए राशन भी ना होगा।
उन्होंने लोगों से डोनेशन देने की अपील की और कहा, दान का यह अनुपम तरीका है, जिसमें दाता और पात्र एक-दूसरे से अपरिचित हैं, लेकिन दाता जानता है कि समय पर सही व्यक्ति को मदद पहुंच रही है।पात्र को भी आश्वासन दिया जाता है कि उसका नाम किसी को नहीं बताया जाएगा।
संदीप जैन ने बताया कि प्रति राशन पैक 1000 रुपए का हैं, जिसमें एक परिवार के लिए 3 से 4 हफ्ते का राशन होता है।कई कंपनी मालिक फोन करके, जिन लोगों को काम नहीं दे पा रहे हैं, उनकी लिस्ट भेजकर हमें निवेदन कर रहे हैं कि उन कारीगरों के घर तक राशन पहुंचा दें।
हर पैक में दो मास्क भी रखे जाने की योजना है और यह मास्क उन्नत भारत अभियान आईआईटी कानपुर के जरिए बिठूर के गांव में महिलाओं द्वारा तैयार किए जा रहे हैं। यह एक बेहतरीन शुरुआत कानपुर के लिए है जिसमें ग्रामीण महिलाओं की भी मदद हो रही है।