भोपाल और इंदौर में कोरोना के 101 एक्टिव केस,CM शिवराज ने बताया आने वाले संकट की आहट, होम आइसोलेशन बंद, बनेंगे कंटेनमेंट जोन
भोपाल और इंदौर में प्रदेश के 86 फीसदी कोरोना पॉजिटिव केस
भोपाल। कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट की दहशत के बीच मध्यप्रदेश में कोरोना के बढ़ते केसों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। प्रदेश में कोरोना के अगर पिछले सात दिनों के ग्राफ को देखा जाए तो तस्वीर कोरोना की पहली लहर की तरह बनती हुई दिखाई दे रही है।
प्रदेश के कुल पॉजिटिव केसों में से 85 फीसदी केस अकेले भोपाल और इंदौर के है। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के कुल एक्टिव केसों की संख्या 118 है। जिसमें भोपाल के 53 और इंदौर के 48, जबलपुर के 5, रायसेन के 11 और नरसिंहपुर का 1 केस है। अगर इन आंकड़ों को फीसदी के नजर से देखा जाए तो प्रदेश के कुल 45 फीसदी केस भोपाल में और 41 फीसदी केस इंदौर में है।
बढ़ते केस बड़े संकट की आहट- भोपाल और इंदौर में लगातार कोरोना के बढ़ते केसों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों पर चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भोपाल और इंदौर में बढ़ते पॉजिटिव केस आने वाले संकट की आहट है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण दुनिया भर में बढ़ रहा है और अफ्रीका में ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर । पिछले दिनों भोपाल, इंदौर और जबलपुर में लगातार पॉजिटिव केस आ रहे है और अगर नवंबर माह में पिछले 15 दिनों के आंकड़ों को देखे तो पॉजिटिव केसों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। चिंता की बात यह है कि भोपाल और इंदौर कोरोना पॉजिटिव केस अलग-अलग स्थानों पर मिले है।
वहीं प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव मोहम्मद सुलेमान कहते हैं कि भोपाल और इंदौर में बढ़ते कोरोना के केस पुराने ट्रैंड को दिखा रहे है। कोरोना के पहले और दूसरे फेज का अनुभव यह रहा है कि पॉजिटिव केस पहले भोपाल और इंदौर में आते और वहां से पूरे प्रदेश में फैलते है।
भोपाल और इंदौर में होम आइसोलेशन नहीं!-भोपाल और इंदौर में बढ़ते कोरोना के केसों के बाद अब स्वास्थ्य विभाग कोरोना पॉजिटिव मरीजों के होम आइसोलेशन नहीं करने की सलाह दी है। प्रमुख सचिव हेल्थ मोहम्मद सुलेमान के मुताबिक भोपाल और इंदौर के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए पॉजिटिव लोगों को होम आइसोलेशन के जगह अस्पतालों में रखा जाए जिससे संक्रमण को काबू में किया जा सके। इसके साथ संक्रमण का पता लगाने के लिए ज्यादा से ज्यादा आरटीपीसीआर टेस्ट कराने की सरकार ने रणनीति तैयार हुई है।
कंटेनमेंट जोन बनाने के निर्देश-भोपाल और इंदौर में अलग-अलग इलाकों में कोरोना के केस मिलने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संक्रमित लोगों के घरों के पास कंटेनमेंट जोन बनाने के निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति पॉजिटिव पाया जाता है तो उसके घर को कंटेनमेंट जोन बनाने के साथ आसपास के लोगों की टेस्टिंग की जाए।
प्रदेश में लगातार बढ़ते कोरोना के ग्राफ और नए ओमिक्रॉन वैरिएंट के चलते तीसरी लहर की आंशका को लेकर बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के सभी जिलों की क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों को संबोधित किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह एक बार फिर से नहीं चाहते है कि लॉकडाउन जैसी परिस्थितियां आए। उन्होंने लोगों से सावधान रहने और भीड़भाड़ से बचने और मास्क लगाने की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह फिर से प्रतिबंध लगाना नहीं चाहते है, शादी-विवाह, बाजार जाने में आपत्ति नहीं है, लेकिन अनावश्यक भीड़ से बचें।