चीन में कोहराम मचाता कोरोना वायरस का एक्सई वेरिएंट और मुंबई व गुजरात में इसके 2 संदिग्ध मरीजों के मिलने से पूरे भारत में लोगों की चिंताएं बढ़ने लगी हैं। आइए जानते हैं कितना खतरनाक है XE वेरिएंट और कैसे है ये ऑमिक्रॉन से अलग।
चीन में कोहराम मचाता कोरोना वायरस का एक्सई वेरिएंट और मुंबई व गुजरात में इसके 2 संदिग्ध मरीजों के मिलने से पूरे भारत में लोगों की चिंताएं बढ़ने लगी हैं।
लोग परेशान इसलिए हैं, क्योंकि मौजूदा समय में लगभग हर चीजें खुल चुकी हैं। लोग पहले की तरह मूवमेंट करने लगे हैं। कोविड प्रोटोकॉल का पालन भी लगभग खत्म हो चुका है।
दरअसल डॉक्टरों के मुताबिक, XE ओमिक्रॉन का ही सब-वेरिएंट है। ओमिक्रॉन के दो रूप BA1, BA2 अब तक सामने आए थे। एक्सई वेरिएंट इन्हीं दोनों वेरिएंट से मिलकर बना है।
ओमिक्रॉन से यह वेरिएंट अलग नहीं है। इसके पीछे वजह ये है कि यह नया वेरिएं ओमिक्रॉन के ही दो वेरिएंट से मिलकर बना है। ऐसे में इसके लक्षण भी समान माने जा रहे हैं। इस वेरिएंट पर एक्सपर्ट अभी स्टडी कर रहे हैं, लेकिन अभी तक जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक यह सबसे तेजी से फैलता है। इसके फैलने की रफ्तार बाकी वेरिएंट से 10 गुना अधिक है।
कैसे रहे सावधान?
डॉक्टरों का कहना है कि यह कोई नया वायरस नहीं है। यह कोरोना का ही रूप है, ऐसे में कोरोना के बाकी वेरिएंट की तरह ही इसमें भी उसी तरह की सावधानी बरतने की जरूरत है। डॉक्टरों का कहना है कि बेशक अधिकतर राज्यों ने मास्क से चलान हटा दिया है और इस वजह से लोग मास्क पहनने में लापरवाही कर रहे हैं, लेकिन यह सही नहीं है।
आपको हर हाल में मास्क पहनना चाहिए। इस वेरिएंट या कोरोना के किसी दूसरे वेरिएंट से बचने के लिए आपको मास्क सबसे पहले पहनना चाहिए। इसके अलावा भीड़-भाड़ वाली जगह में जाने से बचना चाहिए। अगर जा भी रहे हैं तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरूर करें। कोरोना से बचना है तो आपको कोविड-19 के टीके की दोनों डोज जरूर लगवानी चाहिए। अगर आप बूस्टर डोज लगवाने की स्थिति में हैं तो उसे भी लगवाएं।