मेलबर्न। यदि आप कोरोनावायरस (Coronavirus) के संक्रमण के कारण घर पर हैं, तो आप सोच रहे होंगे कि आप वास्तव में कितने समय तक संक्रमित रहेंगे। आप आवश्यकता से अधिक समय तक पृथक-वास में नहीं रहना चाहते, लेकिन आप अपने मित्रों एवं सहकर्मियों या उन लोगों के स्वास्थ्य को भी जोखिम में नहीं डालना चाहते, जिनके संक्रमित होने का खतरा अधिक है। लिहाजा पृथकवास में रहना जरूरी है।
ऑस्ट्रेलिया में संक्रमित लोगों को सात दिन तक पृथकवास में रहना होता है। एक सप्ताह के पृथकवास के बाद भी संक्रमित पाए जाने पर घर से बाहर निकलने में क्या जोखिम है? कोरोनावायरस का खतरनाक माना जाने वाला स्वरूप ओमिक्रॉन कितने समय तक संक्रामक रहता है?
संक्रमित होने के बाद कोविड महामारी के लक्षण दिखाई देने में करीब तीन दिन लगते हैं। इसके अलावा, ओमिक्रॉन के लक्षण रहने की औसत अवधि भी कम है। कोरोनावायरस के डेल्टा स्वरूप और अन्य स्वरूपों से संक्रमित होने पर सात से 10 दिन तक लक्षण रहते हैं, जबकि ओमिक्रॉन के संक्रमण में यह अवधि पांच-छह दिन है, लेकिन यह अधिक संक्रामक स्वरूप है।
संक्रमित व्यक्ति के लिए पृथकवास में रहना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस उपाय को अन्य लोगों को संक्रमण से बचाने का एक अहम उपाय माना जाता है। यदि आप छह या सात दिन के पृथकवास के बाद भी संक्रमित पाए जाते हैं, तो इसका क्या अर्थ है? यदि आप में बीमारी के लक्षण हैं और आप रैपिड एंटीजन टेस्ट (आरएटी) जांच में संक्रमित पाए गए हैं, तो इसका अर्थ यह हो सकता है कि आप अब भी संक्रमित हैं।
इस बीच, कई वैज्ञानिक अध्ययनों में पाया गया है कि ओमिक्रॉन से संक्रमित कम से कम आधे लोग पांचवें दिन या उसके बाद भी संक्रमण फैला सकते हैं। ऐसे में आठ दिन तक पृथकवास में रहना और अन्य लोगों के बचाव के लिए 10 दिन तक मास्क पहनना उचित रहेगा। दस दिन के बाद अधिकतर संक्रमित लोग संक्रामक नहीं रहते, लेकिन यदि किसी व्यक्ति की रोग प्रतिरोधी क्षमता कमजोर है, तो उसे वायरस से छुटकारा पाने में अधिक समय लग सकता है और ऐसे व्यक्ति को 20 दिन तक पृथकवास में रहना चाहिए।
लोगों के पूरी तरह स्वस्थ होने और लक्षण नहीं होने के बाद उन्हें गैर-संक्रामक माना जाता है। संक्रमित व्यक्ति को पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद मास्क पहनने की आवश्यकता नहीं होती, क्योंकि उसके दोबारा संक्रमित होने का खतरा नहीं होता और न ही उससे किसी अन्य को खतरा होता है, लेकिन यह अवधि 12 सप्ताह बाद समाप्त हो जाती है।
कोविड रोधी टीकाकरण या पिछले कोविड संक्रमण से हमारी सुरक्षा का स्तर हमारी उम्र और प्रतिरक्षा स्थिति जैसे कारकों पर भी निर्भर कर सकता है। यह भी ध्यान देने योग्य है कि ओमिक्रॉन से ठीक होने के बाद व्यक्ति का मौसमी सर्दी और फ्लू या उसके बाद के कोविड स्वरूपों से बचाव नहीं होगा, लेकिन तब संक्रमण अधिक घातक नहीं होगा। कोविड-19 सहित संक्रामक रोगों से अपनी और समुदाय की रक्षा करने के लिए संक्रमण का शीघ्र पता लगाना और एहतियात बरतना जरूरी है।(द कन्वरसेशन)