यरुशलम। इसराइल में कोरोनावायरस (Coronavirus) के नए स्वरूप से संक्रमण का पहला मामला सामने आने के बाद प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने कहा कि देश आपात स्थिति की दहलीज पर है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मलावी से लौटे यात्री और 2 अन्य संदिग्ध संक्रमितों को पृथकवास में रखा गया है। गौरतलब है कि तीनों का टीकाकरण हुआ है।
दक्षिण अफ्रीका में कोरोनावायरस का नया स्वरूप सामने आया है, जिसके बारे में वैज्ञानिकों का कहना है कि यह बहुत ज्यादा संक्रामक है और इसी के कारण गावतेंग (देश का सबसे ज्यादा आबादी वाला प्रांत) में युवाओं के बीच तेजी से संक्रमण फैला है।
कोरोनावायरस के नए स्वरूप पर चर्चा करने के लिए शुक्रवार को बुलाई गई मंत्रिमंडल की बैठक में प्रधानमंत्री बेनेट ने कहा कि यह ज्यादा संक्रामक है और डेल्टा स्वरूप से ज्यादा तेजी से फैलता है। उन्होंने कहा कि अधिकारी अभी इस संबंध में सूचना जुटा रहे हैं कि क्या टीके इस पर निष्प्रभावी हैं और क्या यह जानलेवा है।
उन्होंने कहा, हम फिलहाल आपात स्थिति की दहलीज पर हैं। उन्होंने कहा, मैंने सभी से तैयार रहने और चौबीसों घंटे काम करने के लिए कमर कस लेने को कहा है। इसराइल ने बृहस्पतिवार देर शाम दक्षिण अफ्रीका और छह अन्य अफ्रीकी देशों को लाल सूची में शामिल करने की घोषणा की, जहां से आने वाले विदेशी नागरिकों की इसराइल यात्रा पर प्रतिबंध है।
इसराइल के लोगों के भी इन देशों की यात्रा करने पर प्रतिबंध है और वहां से लौटने वालों को तय समय तक पृथकवास में रहना होगा। इसराइल ने पिछले साल के अंत में दुनिया के पहले और सबसे सफल टीकाकरण अभियान की शुरूआत की थी और देश की करीब आधी जनता को बूस्टर शॉट लग चुके हैं।
इसराइल ने हाल ही में टीकाकरण अभियान का विस्तार करके पांच साल तक के बच्चों को भी इसमें शामिल कर लिया है। हालांकि इसराइल हाल ही में कोरोनावायरस के बेहद संक्रामक डेल्टा स्वरूप की लहर से निपटा है।(भाषा)