नई दिल्ली। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस ने दिल्ली में 10 हजार से अधिक बिस्तरों की क्षमता वाले कोविड-19 केंद्र की देखरेख का जिम्मा बुधवार को संभाल लिया। आईटीबीपी के अधिकारियों के एक दल ने राधा स्वामी ब्यास केंद्र का दौरा किया और दिल्ली सरकार तथा अन्य पक्षकारों के साथ चर्चा की जो इस केंद्र को चलाने में साझेदार होंगे।
गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा था कि इस केंद्र का जिम्मा आईटीबीपी को सौंपा गया है। आईटीबीपी के एक अधिकारी ने बताया, बल ने नई दिल्ली के छतरपुर स्थित राधा स्वामी ब्यास में कोविड-19 देखभाल केंद्र का जिम्मा बुधवार को संभाल लिया।
उन्होंने बताया, गृह मंत्रालय ने दिल्ली सरकार के अनुरोध पर इस केंद्र को डॉक्टरों तथा अन्य पेशेवरों की टीम मुहैया कराने वाली नोडल एजेंसी के तौर पर आईटीबीपी को नामित किया था।एक अन्य अधिकारी ने बताया कि केंद्र में 26 जून से 2,000 बिस्तरों की सुविधा शुरू होने की संभावना है।
उन्होंने बताया कि बिस्तरों की कुल क्षमता 10,200 तक हो सकती है। यह देश के साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में सबसे बड़ा कोविड-19 देखभाल केंद्र होगा। अधिकारी ने बताया कि आईटीबीपी और अन्य केंद्रीय सशस्त्र पुलिसबल के 1,000 से अधिक डॉक्टरों और 2,000 पराचिकित्सकों और सुरक्षाकर्मियों को इस केंद्र में तैनात करने की उम्मीद है।
उन्होंने बताया कि दक्षिण दिल्ली जिला प्रशासन इस केंद्र को प्रशासनिक सहयोग मुहैया कराएगा। आईटीबीपी देश में पहला संगठन है जिसने कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों के लिए 1,000 बिस्तरों वाला पृथक केंद्र बनाया।दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के छावला इलाके में स्थित केंद्र में करीब 1,200 लोगों का इलाज किया गया जिनमें से 42 विदेशी शामिल हैं जिन्हें चीन के वुहान तथा इटली से विशेष विमान के जरिए भारत लाया गया था।
यह केंद्र अब भी चालू है और आईटीबीपी के उन जवानों की देखभाल कर रहा है जो देशव्यापी लॉकडाउन के बाद काम पर लौट रहे हैं।(भाषा)