नई दिल्ली। कोविड-19 मामलों में वृद्धि के चलते दिल्ली शहर में उत्पन्न ‘गंभीर’ स्थिति के मद्देनजर शाही इमाम सैयद अहमद शाह बुखारी ने ऐतिहासिक जामा मस्जिद को तत्काल प्रभाव से 30 जून तक के लिए बंद कर दिया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुरुवार सुबह 8 बजे जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में कोविड-19 के मामले बढ़कर 32,810 हो गए जबकि मृतक संख्या बढ़कर 984 पर पहुंच गई। बुखारी ने कहा कि उन्होंने यह निर्णय लोगों और इस्लामी विद्वानों से सलाह मशविरा करने के बाद किया है।
यह कदम शाही इमाम के सचिव अमानुल्ला की मंगलवार रात को सफदरजंग अस्पताल में कोरोना वायरस के कारण मौत होने के बाद उठाया गया है। उन्होंने कहा, ‘यदि ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है जब मानव जीवन खतरे में हो तब लोगों के जीवन की रक्षा के लिए आवश्यक होता है।’
उन्होंने कहा, ‘अधिकतर लोगों की राय है कि मानव जीवन बचाना सर्वोपरि है और शरीयत में इसके लिए विशेष उल्लेख है।’ बुखारी ने कहा कि जनता की राय लेने और विद्वानों से मशविरा करने के बाद यह निर्णय किया गया है कि गुरुवार मग़रिब (शाम) से 30 जून तक जामा मस्जिद में कोई सामूहिक नमाज नहीं होगी।
उन्होंने कहा, ‘कुछ चुनिंदा लोग प्रतिदिन 5 समय नमाज अदा करेंगे जबकि आम नमाजी अपने घर पर ही नमाज अदा करेंगे।’ सरकार के ‘अनलॉक-1’ के तहत रियायतें दिए जाने के साथ ही 2 महीने से अधिक समय बाद 8 जून को जामा मस्जिद को खोला गया था।
देशभर में 8 जून को शॉपिंग मॉल और कार्यालय समेत कई अन्य प्रतिष्ठानों के साथ धार्मिक स्थल खोलने पर बुखारी ने कोरोना वायरस के तेजी से प्रसार के मद्देनजर सरकारों से अपने फैसले पर पुन: विचार करने के लिए कहा है।
नवीनतम आधिकारिक आंकडों के अनुसार दिल्ली में कोरोना वायरस के कुल मामले 32 हजार से अधिक हैं, जिसमें 984 मौत शामिल है। शहर में ऐसे मरीजों की संख्या 19 हजार से अधिक है जिनका इलाज चल रहा है। (भाषा)