नई दिल्ली। कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के कारण अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली सरकार ओडिशा से हवाई मार्ग से ऑक्सीजन लाने के प्रयास कर रही है।
केजरीवाल ने दिल्ली में कोविड-19 रोगियों के उपचार के लिए राजधानी का ऑक्सीजन का कोटा बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार और दिल्ली उच्च न्यायालय का शुक्रिया अदा किया और कहा कि आपूर्ति राष्ट्रीय राजधानी में पहुंचने लगी है। उन्होंने केंद्र सरकार और हरियाणा सरकार से यह अनुरोध भी किया कि दिल्ली के लिए चिकित्सीय ऑक्सीजन लेकर आ रहे वाहनों को सुगमता से आने दिया जाए।
केजरीवाल ने एक ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली के लिए बढ़ाए गए ऑक्सीजन के कोटे में से अधिकतर हिस्से की आपूर्ति ओडिशा से होनी है और दिल्ली सरकार इस संकट के दौरान वक्त बचाने के लिए हवाई मार्ग से वहां से ऑक्सीजन लाने की योजना बना रही है। इसके बाद केजरीवाल को ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का फोन आया जिसमें उन्होंने दिल्ली सरकार को ऑक्सीजन की आपूर्ति में पूरी तरह सहयोग का आश्वासन दिया।
केजरीवाल ने ट्वीट किया कि नवीन पटनायकजी का फोन आया। उन्होंने ओडिशा से दिल्ली के ऑक्सीजन के कोटे को पहुंचाने में दिल्ली को पूरी तरह मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने एक वरिष्ठ अधिकारी को यह काम सौंपा है। बहुत धन्यवाद सर। दिल्ली बहुत आभारी है।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के लिए चिकित्सीय ऑक्सीजन की रोजाना की मात्रा 378 मीट्रिक टन निर्धारित थी जिसे बढ़ाकर 480 मीट्रिक टन कर दिया गया है और इसके लिए उन्होंने केंद्र का शुक्रिया अदा किया। साथ ही कहा कि अनुमान के मुताबिक दिल्ली को रोज 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत है।
केजरीवाल ने कहा कि केंद्र द्वारा निर्धारित कोटा के मुताबिक दूसरे राज्यों से ऑक्सीजन की आपूर्ति हो रही है लेकिन कुछ राज्य राष्ट्रीय राजधानी आ रहे ट्रकों को रोक रहे हैं और यह ठीक नहीं है। यह बड़ी आपदा है और हमें एकजुट होकर लड़ने की जरूरत है। अगर हम सब एक साथ 'भारतीय' बनकर लड़ेंगे तो हम कोरोना को हरा देंगे। उन्होंने राज्य सरकारों से एक-दूसरे की मदद करने की अपील की और दिल्ली में स्थिति नियंत्रण में आने पर अतिरिक्त ऑक्सीजन, दवाओं और डॉक्टरों को उनके लिए भेजने का वादा किया। (भाषा)