जन्माष्टमी पर नहीं होंगे दही हांडी कार्यक्रम,गणेश और दुर्गा पूजा के पंडाल पर भी रोक
त्योहारों को लेकर नई गाइडलाइन
मध्यप्रदेश में कोरोना का असर अब सीधे त्योहारों पर पड़ा है। प्रदेश में आने वाले समय में कोई भी धार्मिक कार्यक्रम और उत्सव सार्वजनिक रूप से नहीं मनाए जाएंगे। प्रदेश में कोविड संक्रमण को देखते हुए सरकार ने जन्माष्टमी, गणेश उत्सव और मोहर्रम समेत अन्य त्यौहारों के सार्वजनिक रूप से मनाने पर रोक लगा दी है।
सरकार की ओर से जारी आदेश के मुताबिक इस बार गणेश उत्सव और दुर्गा पूजा के दौरान बड़ी प्रतिमाएं सार्वजनिक रूप से स्थापित नहीं का जा सकेंगी। इसके साथ जन्माष्टमी पर दाही हांडी और मोहर्रम पर जुलूस व ताजिए भी नहीं निकाले जा सकेंगे। सरकार ने लोगों से घर पर ही इन त्यौहारों को मनाने की अपील की है।
इन फैसलों की जानकारी देते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि धार्मिक कार्यक्रमों के लिए पंडाल और मूर्तियां स्थापित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके साथ ही धार्मिक स्थल पर एक बार में पांच से अधिक व्यक्ति शामिल नहीं हो सकेंगे।
सरकार ने सभी कलेक्टरों जन्माष्टमी से पहले क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक कर विभिन्न धार्मिक गुरूओं और संगठनों को सूचित करने के निर्देश दिए है। इसके साथ पूजा स्थलों पर एक बार में 5 से अधिक व्यक्ति इकट्ठे नहीं हो सकेंगे।
सरकार ने स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम भी सीमित रूप से मनाने का फैसला किया है। गृहमंत्री के मुताबिक सभी मंत्री अपने प्रभार वाले जिलों में नहीं जाकर भोपाल में राज्यस्तरीय कार्यक्रम में शामिल होंगे।
स्वतंत्रता दिवस पर जिलों में होने वाले कार्यक्रम सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के मुताबिक ही संपन्न कराए जाएंगे, स्वतंत्रता दिवस पर स्कूली बच्चों के होने वाले रंगारंग कार्यक्रम इस बार प्रतिबंधित है।