फीवर क्लीनिक की लापरवाही से गई मंत्रालय कर्मचारी की जान !,CM ने जांच कर कार्रवाई के दिए निर्देश
भोपाल में मास्क नहीं लगाने, थूकने पर 915 से वसूले 1 लाख 85 हजार
भोपाल। कोरोना संक्रमण की चपेट में आकर वल्लभ भवन के कर्मचारी की मौत के मामले में फीवर क्लीनिक के डॉक्टरों की लापरवाही की बात सामने आ रही है। प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की समीक्षा बैठक के दौरान वल्लभ भवन के कर्मचारी की कोविड से मौत होने का मामला उठा।
बैठक में बताया गया कि मृतक कर्मचारी बीमार होने पर जेपी अस्पताल के फीवर क्लीनिक में गया था जहां उसका कोविड टेस्ट नहीं करके उसे दवा देने के बाद वापस घर भेज दिया गया। इसके बाद गंभीर रूप से बीमार होने पर वह दोबारा अस्पताल आया परंतु उसे बचाया नहीं जा सका। पूरे मामले पर नाराजगी जताते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तत्काल जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने अफसरों को पूरे प्रदेश में फीवर क्लीनिक्स को और अधिक प्रभावी बनाने और कोरोना संक्रमण को रोकने एवं मृत्यु दर न्यूनतम करने के लिए आई.आई.टी.टी. (आईडेंटिफाई, आयसोलेट, टैस्ट एण्ड ट्रीट) रणनीति पर लगातार फोकस करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में लॉकडाउन खुल जाने के कारण नए कोरोना संक्रमित मरीज आ रहे हैं, थोड़ी सी भी असावधानी संक्रमण बढ़ा सकती है। इसलिए सभी कलेक्टर अपने-अपने जिलों में पूरी सावधानी एवं सतर्कता के साथ रणनीति पर कार्य करें।
भोपाल में मास्क नहीं लगाने और सार्वजनिक स्थान पर थूकने पर अब तक 915 लोगों पर 1 लाख 85 हजार रूपए का फाईन किया गया है।