भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा का आज यहां निधन हो गया। मूल रूप से विदिशा जिले के सिंरोज निवासी शर्मा को कोरोना संक्रमण के चलते कुछ दिनों पहले यहां चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आज रात उन्होंने अंतिम सांस ली।
वे लगभग 60 वर्ष के थे। शुरुआती दिनों में शिक्षक के रूप में कार्य करने वाले शर्मा 90 के दशक में विधायक चुने गए थे। इसके बाद वे लगातार आगे बढ़ते गए और भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री तक का सफर तय किया।
शर्मा सिंरोज विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर निर्वाचित हुए थे और जनसंपर्क तथा अन्य प्रमुख विभागों के मंत्री रहे थे। हालांकि बाद का जीवन उनका काफी चुनौतीपूर्ण रहा।
60 वर्षीय शर्मा 1993 में 10वीं विधानसभा के लिए हुए चुनाव में पहली बार विधायक चुने गए थे। इसी कार्यकाल में उन्हें उत्कृष्ट विधायक के लिए पुरस्कृत किया गया था।
इसके बाद वे वर्ष 1998, 2003 और 2008 में सिरोंज विधानसभा क्षेत्र से लगातार विधायक बनते रहे। शर्मा उमा भारती के कार्यकाल में राज्यमंत्री बनाए गए। इस दौरान वे खनिज और जनसंपर्क विभाग के मंत्री रहे। बाबूलाल गौर की सरकार में उन्हें खनिज और संस्कृति मंत्री बनाया गया था।
मुख्यमंत्री ने जताया दु:ख : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा के निधन पर शोक व्यक्त किया है। चौहान ने ट्वीट में कहा है कि पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता लक्ष्मीकांत शर्मा जी के निधन की दुःखद सूचना मिली है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि वे दिवंगत आत्मा को शांति दें और उनके परिजनों को यह वज्राघात सहने की क्षमता दें।ॐ शांति।" पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती और नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने भी शर्मा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है।