जलपाईगुड़ी (पश्चिम बंगाल)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को आरोप लगाया कि भाजपा विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान में बड़ी संख्या में बाहरी लोगों को लेकर आई, जिससे राज्य में हाल के दिनों में कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 मामलों में वृद्धि हुई।
ममता ने यहां एक चुनावी रैली में केंद्र की भाजपा-नीत सरकार पर आरोप लगाया कि वह अधिकतर लोगों के टीकाकरण के लिए राज्य के अनुरोध पर जवाब नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि लोगों को टीका लगाने से बीमारी के प्रसार पर काबू पाने में मदद मिल सकती है।
ममता ने रैली में कहा, वे लोग (भाजपा नेता) चुनाव प्रचार के लिए बाहरी लोगों को लेकर आए हैं जिससे कोविड-19 मामलों में वृद्धि हुई। हमने कोविड-19 स्थिति पर काबू पा लिया था लेकिन उन्होंने इसे जटिल बना दिया।
निर्वाचन आयोग द्वारा 24 घंटे के लिए चुनाव प्रचार पर रोक लगाए जाने के फैसले के संबंध में उन्होंने कहा, क्या हिंदुओं, मुस्लिमों और अन्य लोगों को एक साथ वोट देने के लिए कहना गलती है? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में क्या कहना है जो हर चुनावी बैठक में मेरा मजाक उड़ा रहे हैं? उन्हें चुनाव प्रचार करने से क्यों नहीं रोका गया
प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर चुनावी रैलियों में झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता ने कहा, केंद्र ने एनआरसी और एनपीआर विधेयकों को जीवित रखा है, लेकिन गृहमंत्री ने एक सभा में दावा किया था कि राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर को लागू करने की उनकी कोई योजना नहीं है।
ममता ने कहा, उन पर विश्वास मत करो। अगर वे सत्ता में आए तो आपको भी असम में 14 लाख बंगालियों (पूर्वोत्तर राज्य में अंतिम एनआरसी के संदर्भ में) जैसा अनुभव हो सकता है। भाजपा एक खतरनाक पार्टी है, जो बंगाल को विभाजित करने का प्रयास कर रही है।(भाषा)