नई दिल्ली। तबलीगी जमात के नेता मौलाना साद कंधालवी ने उपचार के बाद कोविड-19 के संक्रमण से मुक्त हो चुके लोगों से मंगलवार को रक्त प्लाज्मा दान करने की अपील की ताकि कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का इलाज किया जा सके।
गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान निजामुद्दीन इलाके में मार्च महीने में एक धार्मिक कार्यक्रम आयोजित करने के मामले में दिल्ली पुलिस ने साद के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
मंगलवार को जारी एक पत्र में कंधालवी ने कहा कि वह और तबलीगी जमात के कुछ अन्य सदस्यों ने खुद को क्वारंटाइन में रखा हुआ है। यह पत्र आप विधायक अमानतुल्ला खान ने अपने ट्विटर हैंडल पर साझा किया।
कंधालवी ने कहा कि खुद को क्वारंटाइन में रखे ज्यादातर सदस्यों में कोराना वायरस की जांच में कोई संक्रमण नहीं पाया गया तथा जो संक्रमित पाए गए हैं, उनमें से ज्यादातर का इलाज चल रहा है और अब वे स्वस्थ हो चुके हैं। मैं और कुछ अन्य ने खुद को क्वारंटाइन में रखा हुआ है तथा यह जरूरी है कि इस बीमारी से उबर चुके लोगों को उनके लिए रक्त प्लाज्मा दान करना चाहिए, जो अब भी इस वायरस के संक्रमण से जूझ रहे हैं और उनका इलाज चल रहा है। कंधालवी ने सोमवार को अपने अनुयायियों से अपील की थी कि वे रमजान के महीने के दौरान अपने घरों में ही नमाज अदा करें।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को प्रेसवार्ता में तबलीगी जमात का हवाला देते हुए कहा था कि पिछले महीने निजामुद्दीन के कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विदेश से आए यात्रियों के कारण कोरोना वायरस का प्रसार बेहद तेजी से हुआ।
दिल्ली पुलिस अपराध शाखा ने 31 मार्च को मौलाना साद समेत 7 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। (भाषा)