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Myth and facts: कोरोना वायरस के बारे में वो 10 मिथ जिनके जवाब जानना जरूरी है

हमें फॉलो करें Myth and facts: कोरोना वायरस के बारे में वो 10 मिथ जिनके जवाब जानना जरूरी है

नवीन रांगियाल

, मंगलवार, 20 अप्रैल 2021 (14:42 IST)
कोरोना को लेकर कई तरह की भ्रांतियां हैं। लोगों के मन में कई तरह के सवाल हैं। कैसे फैलता है, कब तक रहता है। क्‍या यह सीजनल है। क्‍या यह मच्‍छरों से फैलता है क्‍या इसका संक्रमण जानवरों में भी पाया जाता है आदि।
ऐसे में हम आपके लिए लाए हैं इन सवालों के जवाब। यह सारे जवाब द‍ुनियाभर में की गई हेल्‍थ रिसर्च पर आधारि‍त है। कुछ विशेषज्ञों के बयानों पर आधारित है तो कुछ डॉक्‍टरों की स्‍टडी पर।

क्या कोरोना वायरस सीजनल है?
विशेषज्ञों का कहना है कि यह हर तरह के मौसम में फैल सकता है। सर्दी या गर्मी के मौसम से इस बीमारी का कोई लेना देना नहीं है। यह ठंडे क्षेत्रों के साथ-साथ गर्म और आर्द्रता वाले क्षेत्र में भी फैलता है।

क्‍या ठंडी जगह या हवा इस वायरस को मार सकती है?
अभी तक इस वायरस को लेकर ऐसे कोई प्रमाण नहीं मिले है कि ठंडी जगह या ठंडी हवा में यह वायरस मरता है। इंसान के शरीर का तापमान 36.5 से 37 होता है। महत्वपूर्ण यह है कि कुछ-कुछ समय के अंतराल पर हाथ साफ करते रहें। अल्कोहल से बने साबुन और सैनेटाइजर से हाथ साफ करें।

क्या गर्म पानी से नहाने से वायरस से बचा जा सकता है?
गर्म पानी से नहाने के बावजूद आप संक्रमण का शि‍कार हो सकते हैं। क्योंकि आपके शरीर का तापमान 36.7 से 37 के बीच होता है। साथ ही ज्यादा गर्म पानी से नहाना भी शरीर के लिए ठीक नहीं है।

क्या मच्छर के काटने से कोरोनावायरस हो सकता है?
अभी तक की स्‍टडी में ऐसे कोई सबूत सामने नहीं आए हैं, जिनसे यह पता चले कि मच्छर के काटने से कोरोनावायरस हो सकता है। यह वायरस सबसे पहले इंसान के फेफड़े पर हमला करता है और फिर खांसी और छींक के माध्यम से इस वायरस का सलाइवा नाक से बाहर निकलता है।

क्या 'हैंड ड्रायर' कोरोना के वायरस को मारने में कामयाब है?
यह बिल्कुल गलत है कि हैंड ड्रायर कोरोना 2019 वायरस को मार सकता है। अगर आपको इस वायरस से खुद को सुरक्षित रखना है, तो हमेशा अपने हाथ साफ रखें। एल्कोहल से बने साबुन से हाथ धाने के बाद हैंड ड्रायर या पेपर टॉवल का इस्‍तेमाल करें।

संक्रमण का पता लगाने में थर्मल स्कैनर कितना फायदेमंद है?
थर्मल स्कैनर्स उन लोगों का पता लगाने में प्रभावी हैं, जिन्होंने कोरोनोवायरस के संक्रमण के कारण बुखार (यानी शरीर के सामान्य तापमान से अधिक है) है। हालांकि, वे उन लोगों का पता नहीं लगा सकते, जो इस बीमारी से संक्रमित हैं और जिन्हें बुखार नहीं हुआ है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि संक्रमित लोगों को बीमार होने और बुखार आने में 2 से 10 दिन लगते हैं।

क्या पालतू जानवर जैसे कुत्‍ते और ब‍ि‍ल्‍ली भी कोरोना फैल सकता है?
इस बात के अब तक कोई सबूत नहीं मिले हैं कि कुत्ते या बिल्ली जैसे पालतू जानवरों से कोरोनावायरस फैलता है। हालांकि, पालतू जानवरों के संपर्क में आने के बाद अपने हाथों को साबुन और पानी से धोना न भूलें।

क्या लहसुन खाकर कोरोनावायरस संक्रमण रोक सकते हैं?
लहसुन हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। लहसुन के अंदर रोगाणुरोधी गुण पाए जाते हैं, लेकिन अभी तक ऐसे कोई प्रमाण नहीं मिले हैं कि लहसुन खाने से आप कोरोना से बच सकते हैं।

क्या कोरोनावायरस से जवानों से ज्‍यादा बुजुर्गों को खतरा है?
कोरोनावायरस का संक्रमण हर उम्र के लोगों को हो रहा है। लेकिन यह कहना भी गलत नहीं होगा कि ज्यादा उम्र के लोगों के लिए जिन्हें अस्थमा, डायबिटीज़ और दिल की बीमारी है, ऐसे लोगों को इस वायरस से ज्यादा खतरा है।

क्या एंटीबायोटिक्स कोरोनोवायरस के इलाज में फायदेमंद हैं?
एंटीबायोटिक्स वायरस की रोकथाम करने में सफल नहीं हैं, बल्कि यह बैक्टीरिया में फायदेमंद है। नोवेल कोरोनावायरस एक वायरस है और इसके इलाज के दौरान डॉक्टर द्वारा एंटीबायोटिक्स देने का मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि यह इसके इलाज में कारगर है। जब इस वायरस से संक्रमित मरीज को एंटीबायोटिक्स दिया जाता है, तो डॉक्टर की यह कोशिश होती है कि वायरस के साथ जो बैक्टीरिया बीमार कर रहे हैं, उन्हें मार दिया जाए।

(नोट: यह पूरा विश्‍लेषण वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों की अब तक की गई स्‍टडी और रिसर्च पर आधारित है, वेबदुनिया इसकी पुष्‍ट‍ि नहीं करता है।)

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