मेरठ। डब्ल्यूएचओ, केंद्र सरकार और स्वास्थ्य विभाग लगातार कोरोनावायरस (Coronavirus) संक्रमण के खात्मे के लिए जंग लड़ रहे हैं, लेकिन पैसे के लोभी कुछ लोग सरकार के प्रयासों में पलीता लगाने से बाज नहीं आ रहे। मेरठ में ऐसा दावा किया जा रहा है कि मात्र 2500 रुपए में प्राइवेट अस्पताल में कोविड-19 की नेगेटिव रिपोर्ट बनाई जा रही है। यह बात हम नहीं कह रहे बल्कि सोशल मीडिया पर एक प्राइवेट अस्पताल के वायरल वीडियो आने से खुलासा हुआ है।
शनिवार को सोशल मीडिया पर दो वीडियो वायरल हुए हैं। पहले वीडियो में एक तथाकथित डॉक्टर रिपोर्ट बनवाने आए व्यक्ति से 2 हजार रुपए लेता नजर आ रहा है। इसी के साथ दावा कर रहा है कि वह बिना जांच करवाए ही अगले दिन शाम तक कोविड-19 की नेगेटिव रिपोर्ट बनवा देगा। रिपोर्ट भी ऐसी जिस पर जिला अस्पताल की मुहर लगी होगी और उसे कोई नकली साबित नहीं कर सकता, क्योंकि यदि टेस्ट करवाने के चक्कर में पड़े और रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई तो मरीज को नाहक ही 14 दिन परेशानी भुगतनी पड़ेगी।
दूसरे वीडियो में हॉस्पिटल का कर्मचारी एक व्यक्ति को रिपोर्ट सौंपते नजर आ रहा है। इन दोनों वीडियो को हापुड़ रोड स्थित एक प्राइवेट नर्सिंग होम का बताया जा रहा है। वीडियो से साफ जाहिर है कि गंभीर बीमारियों से पीड़ित न जाने कितने मरीज इस तरह की नकली रिपोर्ट बनवाकर प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। यदि इनमें से एक भी मरीज पॉजिटिव निकला तो संक्रमण की चेन कितनी लंबी होगी, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है।
इस मामले में मेरठ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी राजकुमार ने कहा कि ये गंभीर मामला है। यदि ऐसा हो रहा है तो जांच करने वाले अस्पताल और जांच करवाने वाले पेशेंट दोनों के खिलाफ एक्शन होगा। पुलिस में मामला दर्ज कराते हुए कठोर कार्रवाई की जाएगी। (प्रतीकात्मक फोटो)