भोपाल। मध्यप्रदेश में बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण और पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में राजधानी रायपुर समेत कई जिलों में फिर से टोटल लॉकडाउन लगाए जाने के बाद अब मध्यप्रदेश में एक बार फिर लॉकडाउन लगाए जाने को लेकर कई प्रकार की अटकलें लगाई जाने लगी है।
वहीं प्रदेश में लॉकडाउन लगाने को लेकर सरकार ने स्थिति साफ कर दी है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने प्रदेश में फिर से लॉकडाउन लगाए जाने की अटकलों को खारिज कर दिया है।गृहमंत्री नेे कहा कि अभी प्रदेश में लॉकडाउन लगाने का कोई विचार नहीं है कि क्योंकि लॉकडाउन स्थाई निदान नहीं है।लॉकडाउन के दुष्परिणाम हम सभी लोगों ने देखे है। उन्होंने लोगों से दैनिक जीवन में अतिरिक्त सावधानी बरतने की अपील करते हुए कहा कि लोग खुद कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सतर्क रहे और कोरोना के साथ जीवन जीने की आदत डाले।
दूसरी ओर मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण अब पूरी तरह बेकाबू हो चुका है। प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या एक लाख से ऊपर पहुंच गई है। प्रदेश में अब औसतन रोजाना ढाई हजार से अधिक नए मरीज सामने आ रहे हैं। रविवार को प्रदेश में लगातार तीसरे दिन 2579 नए कोरोना पॉजिटिव मिले। प्रदेश के तीन सबसे बड़े जिले इंदौर,भोपाल और ग्वालियर कोरोना संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित है।
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प्रदेश में लगातार बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण के बाद अब एक बार फिर जिलोें में प्रशासन ने शक्ति दिखाना शुरू कर दी है। भोपाल कलेक्टर ने अपने नए आदेश में रात 10:30 बजे के बाद सिर्फ जरूरी काम से लोगों को बाहर निकलने की इजाजत दी है। जिला कलेक्टर की ओर से जारी नई गाइडलाइन के मुताबिक कंटेनटमेंट क्षेत्र में और सख्ती की जाएगी और केवल इमरजेंसी सेवा से जुड़े लोग आ-जा सकेंगे। इसके साथ सभी बाजार और दुकानें रात आठ बजे तक ही खुल सकेंगे।