नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने रविवार को कहा कि भारत में सार्स-कोव-2 के ‘स्ट्रेन’ में कोई बड़ा या अहम बदलाव में नहीं पाया गया है।
उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने फोलोवरों के साथ संवाद के दौरान यह भी कहा कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमपी) पिछले कुछ महीनों के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर जुटाए गए ‘स्ट्रेनों’ का बड़े पैमाने पर अनुक्रमण करने में जुटा हुआ है।
‘संडे संवाद’ मंच पर प्रश्नों का उत्तर देते हुए हर्षवर्धन ने कहा कि देश में ऑक्सीजन का पर्याप्त उत्पादन किया जा रहा है और स्वास्थ्य मंत्रालय स्थिति पर नजर रख रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक बयान के मुताबिक मंत्री ने यह भी कहा कि मंत्रालय ने खासकर ऑक्सीजन संबंधी व्यवस्था का मुद्दा सामने आने के बाद देश के ग्रामीण हिस्सों में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर (विशेष चिकित्सा उपकरण) भेजे हैं।
कोविड-19 की लार संबंधी जांच के बारे में पूछे जाने पर हर्षवर्द्धन ने कहा कि आईसीएमआर ने कुछ टेस्ट को परखा है लेकिन उन्हें भरोसेमंद नहीं पाया गया तथा अमेरिका के एफडीए से टेस्ट के संबंध में मंजूरी प्राप्त करने वाली कंपनियों ने भारत सरकार से अब तक संपर्क नहीं किया है।
भारत में पोलियो उन्मूलन के भारत सरकार के अभियान के संबध में एक प्रश्न का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि पोलियो के विपरीत कोरोना वायरस एक नया रोगजनक है और उस पर पाठ्य सामग्री उपलब्ध नहीं है। (भाषा)