नई दिल्ली। कोरोनावायरस की दूसरी लहर से देश में हाहाकार मच गया था। कोरोना से पीड़ित लोग ऑक्सीजन और अस्पताल में बेड्स के परेशान हो रहे थे। इसी बीच केंद्र सरकार ने बयान दिया था कि ऑक्सीजन की कमी से देश में कोई मौत नहीं हुई।
इस बयान के बाद खूब बवाल मचा था। इस बयान के बाद केंद्र सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा और राज्यों से ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों के आंकड़े मंगाए।
इस बीच पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने जानकारी दी है कि एक निजी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 6 लोगों की मौत हुई। पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि हमने 70 टन ऑक्सीजन का उत्पादन किया और 300 टन की आवश्यकता थी। अब हम 400 टन ऑक्सीजन का उत्पादन करते हैं।
दिल्ली के दावे पर केंद्रीय मंत्री ने उठाया सवाल : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बुधवार को दिल्ली सरकार के दावे पर सवाल उठाया जिसमें कहा गया था कि केंद्र सरकार ने कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौतों की जानकारी नहीं मांगी है। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने ट्विटर पर इस संबंध में 26 जुलाई को भेजे पत्र को भी शेयर किया है।
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को संबोधित करते हुए और ई-मेल का स्नैपशॉप ट्विटर पर साझा करते हुए मांडविया ने कहा कि अब भी देर नहीं हुई है और वह 13 अगस्त तक जवाब दे सकते हैं ताकि स्वास्थ्य मंत्रालय संसद में इस संबंध में जवाब दे सके।
मांडविया ने ट्वीट किया कि माननीय सिसोदिया जी,26 जुलाई को मेरे मंत्रालय ने दिल्ली सरकार को जो मेल भेजा है, ये रही उसकी कॉपी। अभी भी देरी नहीं हुई है! 13 अगस्त तक आप डेटा भेज सकते हैं ताकि हम प्रश्न का उत्तर संसद को भेज सकें। अपने अधिकारियों से समीक्षा करके जरूरी डाटा जल्द से जल्द भिजवाने की कृपा करें।
सिसोदिया ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि दिल्ली सरकार को केंद्र से कोई पत्र नहीं मिला है जिसमें कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से मौत की जानकारी मांगी गई हो।
दिल्ली सरकार के मंत्री ने कहा, हालांकि उन्होंने सभी जानकारी केंद्र से साझा करने का फैसला किया है। सिसोदिया ने कहा था , मैंने अखबार में खबर पढ़ी है कि केंद्र सरकार ने राज्यों से ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौतों की जानकारी मांगी है। दिल्ली सरकार को ऑक्सीजन की कमी से मौतों को लेकर कोई पत्र नहीं मिला है। जब आपने (केंद्र) कोई पत्र नहीं लिखा है, तब आप कैसे कह सकते हैं कि राज्य आपको सूचित नहीं कर रहे हैं? हमने जांच समिति को सूचित किया था लेकिन दिल्ली के उपराज्यपाल ने उसे (जांच) शुरू करने की अनुमति नहीं दी।
वहीं, केंद्र सरकार ने मंगलवार को मीडिया को बताया कि संसद में मुद्दा उठाए जाने के बाद केंद्र ने राज्यों से संबंधित जानकारी मांगी थी लेकिन अबतक केवल एक राज्य ने कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से संदिग्ध मौतों की जानकारी दी है।
सूत्रों के मुताबिक अरुणाचल प्रदेश, असम, ओडिशा, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, झारखंड, हिमाचल प्रदेश और पंजाब सहित कुल 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश ने मंगलवार तक इस संबंध में केंद्र को जानकारी दी है।