औरंगाबाद (महाराष्ट्र)। कोविड-19 से निपटने के लिए महाराष्ट्र सरकार द्वारा लगाए नए प्रतिबंधों के खिलाफ औरंगाबाद के व्यापारियों ने प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। सरकारी आदेश 'ब्रेक दी चेन' के तहत गैर-आवश्यक श्रेणी में आने वाली सभी दुकानें 30 अप्रैल तक बंद रहेंगी।
'महाराष्ट्र नाभिक महामंडल' ने बुधवार को इस आदेश पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि 'सैलून' की दुकानों के मालिक यहां शनिवार को सरकार के पुतले जलाएंगे और 22 अप्रैल को 'मुंडन आंदोलन' के तहत अपने सिर मुंडवाएंगे। संगठन ने बताया कि वे 14 अप्रैल को दुकानों के बाहर 'घंटानाद' प्रदर्शन भी करेंगे।
औरंगाबाद जिला व्यापारी महासंघ के प्रतिनिधियों ने बुधवार को जिलाधिकारी से मुलाकात की थी और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा था जिसमें लिखा था कि उन्हें या तो अपनी दुकानें खोलने की अनुमति दी जाए या 'आत्मदाह की अनुमति' दे दें। व्यापार संघ के अनुसार जिले में करीब 40 हजार व्यापारी और उनके करीब 2 लाख कर्मचारी हैं। उन्होंने अपनी आजीविका के लिए सरकार से पैकेज की मांग भी की है। (भाषा)