नई दिल्ली। कोविड-19 महामारी के कारण अब तक 592 रेल कर्मचारियों की मौत हुई और इस दौरान न तो किसी कर्मचारी को बिना वेतन के छुट्टी पर भेजा गया और न ही ऐसा कोई कर्मचारी है जिसे 2020 में वेतन नहीं मिला हो। रेलमंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी दी।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के विनय विश्वम ने सरकार से जानना चाहा था कि मार्च 2020 से कुल कितने कर्मचारियों को बिना वेतन के छुट्टी पर भेजा गया और वर्तमान में कितने रेल कर्मचारी है जिन्हें इस दौरान एक महीने से अधिक समय से वेतन प्राप्त नहीं हुआ है?
इसके जवाब में गोयल ने कहा कि कोविड-19 के कारण ऐसा कोई भी रेलवे कर्मचारी नहीं है जिसे छुट्टी पर भेजा गया अथवा जिसे मार्च 2020 से वेतन नहीं मिला। एक अन्य सवाल के जवाब में रेलमंत्री ने बताया कि इस महामारी के दौरान 32,641 रेलवे कर्मचारी कोरोनावायरस से संक्रमित हुए थे।
गोयल ने बताया कि कोविड-19 के कारण 592 रेलवे कर्मचारियों की मृत्यु हुई है। कोरोना संक्रमित रेल कर्मचारियों के उपचार के लिए 48 कोविड देखभाल केंद्र उपलब्ध हैं। वित्त मंत्रालय ने विश्व बैंक और एशियाई विकास बैंक के माध्यम से रेल मंत्रालय को कोविड संबंधी व्यय के लिए सहायता मुहैया कराई है। (भाषा)