नई दिल्ली। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार के बच्चों के टीकाकरण और हेल्थ और फ्रंट लाइन वर्करों के साथ ही बुजुर्गों के प्रीकॉशन डोज के फैसले की सराहना की। उन्होंने कहा कि सरकार ने मेरा सुझाव मान लिया है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि केंद्र सरकार ने बूस्टर डोज का मेरा सुझाव मान लिया है- ये एक सही कदम है। देश के जन-जन तक वैक्सीन व बूस्टर की सुरक्षा पहुंचानी होगी।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 22 दिसंबर को ट्वीट किया था, 'देश की बड़ी आबादी का अब तक टीकाकरण नहीं हुआ है और सरकार को बताना चाहिए कि लोगों को बूस्टर खुराक (टीके की तीसरी खुराक) देना कब शुरू किया जाएगा?'
उल्लेखनीय है कि PM मोदी ने शनिवार को देश के नाम 13 मिनट के संबोधन में 3 बड़े ऐलान किए थे। अगले साल तीन जनवरी से 15 से 18 साल की आयु के बीच के किशोरों के लिये टीकाकरण अभियान आरंभ किया जाएगा।
10 जनवरी से स्वास्थ्य व अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों, अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित 60 वर्ष की आयु से ऊपर के लोगों को चिकित्सकों की सलाह पर एहतियात के तौर पर टीकों की खुराक दिए जाने की शुरुआत की जाएगी। हालांकि उन्होंने बूस्टर डोज का जिक्र ना करते हुए, इसे प्रीकॉशन डोज का नाम दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इसलिए प्रीकॉशन की दृष्टि से सरकार ने निर्णय लिया है कि हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन की प्रीकॉशन खुराक भी प्रारंभ की जाएगी। इसकी शुरुआत 2022 में, 10 जनवरी, सोमवार के दिन से की जाएगी।
साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की कि 60 वर्ष से ऊपर की आयु के अन्य गंभीर बीमारी से ग्रसित नागरिकों के लिए, उनके डॉक्टर की सलाह पर वैक्सीन की प्रीकॉशन खुराक का विकल्प उनके लिए भी उपलब्ध होगा। ये भी 10 जनवरी से उपलब्ध होगा।