दुनियाभर में महामारी बन चुके कोरोना वायरस के लक्षणों को लेकर वैज्ञानिकों को बेहद अहम मिल गई है। दरअसल वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस के लक्षणों के क्रम को ढूंढ लिया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि लक्षणों के क्रम का पता लगने के बाद इस महामारी से निपटने में मदद मिलेगी।
अमेरिकी शोधकर्ताओं ने इंसान में कोविड-19 के संभावित लक्षण के क्रम को डिकोड कर लिया है।
इसके तहत सबसे पहले बुखार, फिर खांसी, मांसपेशियों में दर्द, और फिर जी मचलना या उल्टी।
कोविड-19 लक्षणों के क्रम को जानने से अब रोगियों को तुरंत चिकित्सा में मदद मिल सकती है।
इस शोध के तहत कोरोना संक्रमित होने पर सबसे पहले बुखार, इसके बाद खांसी, मांसपेशियों में दर्द और फिर जी मचलना या उल्टी और दस्त नजर आने लगता है। कोविड-19 लक्षणों के क्रम को जानने से एक यह फायदा हो सकता है कि रोगियों को तुरंत चिकित्सा में मदद मिल सकती है या फिर जल्द से जल्द सेल्फ आइसोलेशन को लेकर निर्णय लेने में मदद मिल सकती है।
फ्रंटियर्स इन पब्लिक हेल्थ नामक पत्रिका में प्रकाशित शोध के अनुसार, लक्षणों के क्रम को पहचानने से डॉक्टरों को रोगियों के इलाज की योजना बनाने में मदद मिल सकती है, और शायद इस बीमारी को शुरुआत में ही नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। अमेरिका के दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के शोध लेखक पीटर कुन ने कहा,
‘यह क्रम विशेष रूप से यह जानने को लेकर महत्वपूर्ण है कि हम कोविड -19 संक्रमण के लक्षण की तरह होने वाले फ्लू जैसी बीमारियों के साइकिल को कब पार कर रहे हैं।’
शोध के अन्य लेखक जोसेफ लार्सन ने कहा,
‘इससे कोविड-19 के उपचार के लिए अब बेहतर द्दष्टिकोण उपलब्ध हैं, जिसे पहचान कर पहले ही मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया जा सकता है ’
बुखार और खांसी अक्सर विभिन्न प्रकार की सांस की बीमारियों से जुड़े होते हैं, जिनमें मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (मर्स) और सार्स शामिल हैं। हालांकि ऊपरी और निचले गेस्ट्रोइनेस्टाइनल ट्रैक्ट में लक्षणों को देखते हुए कोविड-19 की पहचान की जा सकती है।
वैज्ञानिकों ने लिखा, ऊपरी गेस्ट्रोइनेस्टाइनल ट्रैक्ट (जी मचलना/ उल्टी) निचले गेस्ट्रोइनेस्टिनल ट्रैक्ट (दस्त) से पहले प्रभावित होने लगती है, जो कि कोविड-19 का लक्षण है और यह मर्स और सार्स से विपरीत है। शोधकर्ताओं ने विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से एकत्र किए गए चीन में 55,000 से अधिक कोरोना वायरस मामलों के लक्षण घटना की दर को देखते हुए इस संक्रमण के लक्षणों के क्रम की भविष्यवाणी की।